कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्र हॉस्टल में केवल नए छात्रों के साथ रैगिंग ही नहीं होती, बल्कि आसपास रहने वाले लोग भी यहां छात्रों के उत्पात से परेशान रहते हैं। विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्र की रैगिंग की वजह से मौत के बाद मचे विवाद को देखते हुए स्थानीय लोग भी सामने आए हैं। हॉस्टल के आसपास रहने वाले लोगों ने इस बात की शिकायत की है कि हॉस्टल परिसर में रहने वाले छात्र रातभर तेज आवाज में डीजे बजाते हैं, नाच गान होती है, सारी रात शोर शराबा गाली-गलौज सुनना पड़ता है।
स्थानीय लोगों ने मीडिया कैमरों के सामने बताया है कि इतनी तेज आवाज में डीजे बजता है कि घर की दीवारें कांपती हुई महसूस होती हैं। हॉस्टल के ठीक बगल में पोद्दार नगर है जहां रहने वाली एक महिला ने बताया है कि छात्रों के तांडव की वजह से उनकी एक साल की नातिन रात को सो नहीं पाती है। बार-बार डीजे की आवाज से चौक कर उठ जाती है। कई बार तो तेज आवाज में पटाखे फोड़े जाते थे और शराब पीने के बाद उसकी बोतलें भी आसपास के घरों पर जाकर गिरती थीं।
विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र तर्पण सरकार ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय में रैगिंग और छात्रों का उत्पात रोकने में विश्वविद्यालय प्रबंधन पूरी तरह से विफल रहा है। तांडव करने वाले छात्रों में जागरुकता फैलाने में प्रबंधन और हमारे जैसे सहपाठी सक्षम नहीं हो पाए हैं जो हमारी विफलता है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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