नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी द्वारा दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने के मामले का राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि एनसीडब्ल्यू ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है और इस मामले की जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आरोपी और उसकी पत्नी ने लड़की को अवैध रूप से अपने पास रखा था। रेखा शर्मा ने दिल्ली सरकार से पूछा कि उनके महिला एवं बाल विकास विभाग का एक कर्मचारी जो डीसीडब्ल्यू में भी कार्यरत था, वो सब यह काम कर रहा था तब डीसीडब्ल्यू कहां थी ? हम सुन रहे हैं कि सरकार के कुछ लोग आरोपी अधिकारी को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
इस बीच एनसीडब्ल्यू की चार सदस्यीय टीम दिल्ली के उस अस्पताल पहुंची, जहां नाबालिग लड़की को भर्ती कराया गया है। सदस्यों में से एक ममता कुमारी ने कहा, “हम इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाकर यहां आए थे। हम पुलिस आयुक्त के कार्यालय गए लेकिन वह हमसे वहां नहीं मिले। हमें बताया गया कि वह किसी काम से बाहर हैं, हमने आईओ से मिलने की कोशिश की लेकिन हमें बताया गया कि वह कोर्ट गए हैं। जब हम पीड़िता से मिलने यहां आए, तो हमें बताया जा रहा है कि उसकी मां हमसे मिलना नहीं चाहती…वे इसे छिपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं ।”
उल्लेखनीय है कि नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी पर अपने दोस्त की नाबालिग बेटी से महीनों तक बार-बार बलात्कार करने का आरोप है। बलात्कार के आरोपित दिल्ली सरकार के निलंबित अधिकारी के साथ उसकी पत्नी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
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(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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