इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की पूर्व नेत्री शिरीन मजारी ने कहा है कि कुछ महिला पुलिस कर्मियों और पैराट्रूपर्स सहित सादे लिबास में आए पुरुष पुलिसकर्मी उनकी बेटी इमान हाजिर मजारी को आज तड़के उठा ले गए। शिरीन ने आरोप लगाया है कि ये लोग दरवाजा तोड़कर घर में घुसे। मजारी ने इसे “अपहरण” और “राज्य फासीवाद” का कृत्य करार दिया।
शिरीन मजारी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इन लोगों ने न केवल उनकी बेटी को दबोच लिया, बल्कि उसके कमरे का सीसीटीवी, उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया। घर के हर कोने की तलाशी ली। इमान नाइट ड्रेस में थी। इन लोगों ने उसे कपड़े तक नहीं बदलने दिए। न ही गिरफ्तारी वारंट दिखाया। शिरीन मजारी ने इस घटना को ‘राज्य फासीवाद’ की संज्ञा दी है।
मजारी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि अभी-अभी महिला पुलिसकर्मी, सादे कपड़े पहने और गुस्सैल किस्म के लोग हमारे सामने का दरवाज़ा तोड़कर मेरी बेटी को उठा ले गए। हमारे सुरक्षा कैमरे और उसका लैपटॉप और सेल छीन लिया। हमने पूछा कि उनके पास किसके लिए ज़ोम था और उन्होंने इमान को बाहर खींच लिया। उन्होंने पूरे घर में मार्च किया। मेरी बेटी अपने रात के कपड़े में थी और उसने कहा कि मुझे बदलने दो, लेकिन वे उसे खींचकर ले गए। बेशक कोई वारंट या कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं। राज्य फासीवाद। याद रखें कि घर में हम केवल 2 महिलाएं रहती हैं। इस प्रकार यह अपहरण है।
पूर्व पीटीआई नेता ने उनसे उनके इरादे के बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने इमान को खींच लिया और उसके घर के हर कोने की तलाशी लेने लगे। कर्मियों ने कोई ‘गिरफ्तारी वारंट’ नहीं दिखाया और ऑपरेशन के दौरान घर में केवल दो महिलाएं थीं। गौरतलब है कि मई में, शिरीन मजारी ने पीटीआई और राजनीति छोड़ दी थी।
(इनपुट सिंडिकेट फीड)
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