कोलकाता। जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्र की मौत रैगिंग की वजह से हुई है, इसका प्रमाण भी पुलिस को मिलने लगा है। विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास की तीसरी मंजिल की बालकनी के कोने से एक नीले रंग का हाफ पैंट और गंजी बरामद किया गया है। ”प्रताड़ित” छात्र उस बालकनी के पास कमरा नंबर 68 में रहता था।
लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, एक छात्र ने दावा किया कि वे कपड़े मृतक छात्र के हैं। जांचकर्ता अर्थशास्त्र विभाग के छात्र के इस बयान की पुष्टि करना चाहते हैं। यदि कथन सत्य है, तो इसे रैगिंग के आरोपों का महत्वपूर्ण ”परिस्थितिजन्य” साक्ष्य माना जाएगा।
कई छात्रों ने पूछताछ में दावा किया है कि मृतक छात्र के साथ न केवल रैगिंग हुई थी, बल्कि उसके कपड़े उतार कर घुमाए गए थे। उसके साथ अप्राकृतिक संबंध भी बनाने की कोशिश हुई थी जिसकी वजह से वह बहुत ग्लानि महसूस कर रहा था। उसे समलैंगिक कहा जा रहा था जिससे बार-बार परेशान होकर वह रो रहा था और बार-बार बाथरूम जा रहा था। पुलिस और अधिक जांच कर रही है। इस मामले में अब तक 12 छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बता दें कि बीते दिनों बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की शव मिला था। पहले इसे छत से गिरकर मौत होना माना जा रहा था अब इसमें लगातार खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में 16 अगस्त को पुलिस ने मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आरिफ, अंकन सरकार, असित सरदार, सुमन नश्कर और सप्तक कमेलिया को गिरफ्तार किया था। उसके बाद शेख नसीम अख्तर, हिमांशु कर्मकार और सत्यव्रत राय को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कई पूर्व छात्र हैं जो अवैध रूप से हॉस्टल में रह रहे थे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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