- 8 नवंबर, 2016 को रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,000 और 500 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण की घोषणा की।
- नोटबंदी के बाद 16.6 खरब नोट सिस्टम में वापस आ गए। 17.73 लाख संदिग्ध मामलों की पहचान हुई, जिनमें 3.68 लाख करोड़ रुपये की हेरा-फेरी हुई।
- 23.22 लाख बैंक खातों में लगभग 3.68 लाख करोड़ रुपये के संदिग्ध नकदी जमा हुई, जिसका पता सरकार को लग गया।
- बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने 4.7 लाख से अधिक संदिग्ध लेन-देन की जानकारी एकत्र की। तीन से चार खरब डॉलर के संदिग्ध लेन-देन में 1.8 लाख नोटिस जारी किए गए।
- चालू खाता, बचत खाता जमाधन में 2.50 से 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मुद्रा बाजार में ब्याज दरें गिरीं और म्युचुअल फंडों के साथ बीमा क्षेत्र में धन का प्रवाह बढ़ा।
- तीन लाख से अधिक मुखौटा कंपनियों, 17.73 लाख संदिग्ध पैन कार्ड धारकों का पता चला। सरकार ने 2.24 लाख कंपनियों को बंद किया।
- नोटबंदी से सोने की तस्करी में कमी आई, डिजिटल लेन-देन बढ़ा, आतंकियों-नक्सलियों की कमर टूटी, कश्मीर में पत्थरबाजी रुकी।
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