लखनऊ। एक ओर, देश में आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है, वहीं एक दुखद सच्चाई यह भी है कि भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के कारण उस वक्त लाखों लोगों ने विभाजन की विभीषिका झेली थी। कितने ही लोग मारे गए थे और जो बचे वह इन भयावह दृष्यों से शायद जीवन भर न उबर पाएं।
इस पीड़ादायी त्रासदी के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए 14 अगस्त को यूपी के 75 जिलों में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया जायेगा। विभाजन के दौरान प्राण गंवाने वाले लोगों को याद किया जायेगा और वृहद स्तर पर पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम में प्रदेश के सभी 75 जिलों में विभाजन के दौरान विस्थापित परिवारों को आमंत्रित कर त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में प्रदर्शनी के आयोजन, विभाजन संबंधी डॉक्यूमेंट्रीज दिखाए जाने व अन्य कार्यक्रमों के आयोजन की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस विषय में मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने सभी सचिवों, मंडलायुक्त व जिलाधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिया है।
सामाजिक सद्भाव का जरिया बनेगा आयोजन
इस त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देकर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के आयोजन के जरिए भेदभाव, वैमनस्य व दुर्भावना को खत्म कर एकता, सामाजिक सद्भाव व मानव सशक्तिकरण की भावना को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसी बात को ध्यान में रखकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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