दिन के भोजन में छुपा मोटापे से मुक्ति का सूत्र
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम जीवनशैली

दिन के भोजन में छुपा मोटापे से मुक्ति का सूत्र

मोटापे के कारण लोगों को कई बीमारियों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दिन के भोजन में कैलोरी मात्रा घटाकर इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है

by WEB DESK and रूपाली करजगीर
Aug 11, 2023, 01:43 pm IST
in जीवनशैली, स्वास्थ्य
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

शरीर में सामान्य से अधिक जमा वसा को मोटापा कहा जाता है। यह किसी भी उम्र में देखने को मिलता है। सामान्यत: प्रौढ़ अवस्था में 35 की उम्र के बाद यह ज्यादा देखने में आता है।

मोटापा आज की सबसे गंभीर समस्या है। विज्ञान की प्रगति के कारण हमारे रोजमर्रा के काम आसान हो गये हैं लेकिन इससे उपजी आधुनिकता का एक खराब असर है मोटापा। शरीर में सामान्य से अधिक जमा वसा को मोटापा कहा जाता है। यह किसी भी उम्र में देखने को मिलता है। सामान्यत: प्रौढ़ अवस्था में 35 की उम्र के बाद यह ज्यादा देखने में आता है।

मोटापे से व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बढ़ा हुआ वजन अनेक शारीरिक तथा मानसिक बीमारियों को आमंत्रित करता है। वजन बढ़ने पर सामान्यतया मधुमेह, उच्च रक्तचाप, लीवर की बीमारियां हो सकती हैं। वजन बढ़ने के साथ आत्मग्लानि तथा नकारात्मक विचार आना सामान्य बात है।

शरीर का वजन सामान्य से अधिक होने के कई कारण हो सकते हैं। कोई बीमारी, शरीर में हॉर्मोन में गड़बड़ी होना, शारीरिक गतिविधि का अभाव, खानपान संबंधित ज्ञान का अभाव, इसके सामान्य कारण हो सकते हैं। मोटापे का एक बहुत बड़ा कारण पाश्चात्य सभ्यता का हम पर हावी होना भी है।

हमें कम कैलोरी के भोजन, जिसमें रेशे ज्यादा हों तथा प्रोटीन की मात्रा अधिक हो, का सेवन करना चाहिए। इसमें सलाद तथा फलों को अच्छी मात्रा में लें। सब्जी तथा दालों को रोज के खाने में शामिल करें। मौसमी फल चबा-चबाकर खाएं। मीठी चीजें, ज्यादा नमक वाले पदार्थ, मैदा या बारीक आटे से बने पदार्थों से बचें। पीने के पानी की मात्रा बढ़ाएं।

पाश्चात्य देशों के तथा हमारे जलवायु व वातावरण में बहुत भिन्नताएं हैं। हमें हमेशा अपने वातावरण तथा जलवायु के हिसाब से ही भोजन ग्रहण करना चाहिए। किसी वस्तु का बाजारीकरण भी मोटापे को आमंत्रित करता है। आपको दिखायी जाने वाली प्रत्येक वस्तु आपकी सेहत के लिए अच्छी हो, ये जरूरी नहीं है। इसलिए कभी भी कोई नयी चीज भोजन में शामिल करते समय सोच-विचार कर, बुद्धि का उपयोग करके ही उसे रोज के भोजन में शामिल करना चाहिए।

अब सबसे बड़ा प्रश्न आता है, बढ़े हुए वजन को कम कैसे किया जाए। वजन यदि आपकी लापरवाही से बढ़ा है तो यह आपके समय तथा ध्यान देने से ही कम हो सकेगा। शरीर का वजन एक दिन में बढ़ने वाली क्रिया नहीं है, अपितु इसे बढ़ाने में एक मुख्य भूमिका रोज के भोजन में आवश्यकता से अधिक कैलोरी के लंबे समय तक सेवन की है। बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर को आवश्यक ऊर्जा की मात्रा में कमी होने लगती है। इस समय हमारी शारीरिक क्रियाएं या नियमित व्यायाम भी नहीं हो पाता। परिणामस्वरूप वह फालतू कैलोरी शरीर में वसा के रूप मे जमा होने लगती है और धीरे-धीरे मोटापे में परिवर्तित हो जाती है।

मोटापे से व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बढ़ा हुआ वजन अनेक शारीरिक तथा मानसिक बीमारियों को आमंत्रित करता है। वजन बढ़ने पर सामान्यतया मधुमेह, उच्च रक्तचाप, लीवर की बीमारियां हो सकती हैं। वजन बढ़ने के साथ आत्मग्लानि तथा नकारात्मक विचार आना सामान्य बात है।

मोटापे को कम करने के लिए दिन में तीन-चार घंटे के अंतराल में कम मात्रा में खाद्य वस्तुओं का सेवन करना चाहिए। दिन के भोजन में से 500 कैलोरी की मात्रा घटाने की कोशिश करनी चाहिए। हमारे पूर्वजों की दिनचर्या के हिसाब से हम यदि दिन में दो बार भरपेट भोजन करें तो शायद मोटापा जल्दी आ सकता है। पहले के लोगों में शारीरिक क्रियाएं अधिक थीं, परंतु अभी हम कम शारीरिक क्रियाएं करते हैं, फलस्वरूप यदि ऐसी दिनचर्या रहे तो मोटापा आने की संभावना होती है।

हमें कम कैलोरी के भोजन, जिसमें रेशे ज्यादा हों तथा प्रोटीन की मात्रा अधिक हो, का सेवन करना चाहिए। इसमें सलाद तथा फलों को अच्छी मात्रा में लें। सब्जी तथा दालों को रोज के खाने में शामिल करें। मौसमी फल चबा-चबाकर खाएं। मीठी चीजें, ज्यादा नमक वाले पदार्थ, मैदा या बारीक आटे से बने पदार्थों से बचें। पीने के पानी की मात्रा बढ़ाएं।

मोटापा एक गंभीर समस्या है। एक ओर दिन के भोजन में कैलोरी की मात्रा को घटाकर तो दूसरी ओर शारीरिक व्यायाम को बढ़ाकर इससे निजात पाई जा सकती है।

Topics: फालतू कैलोरीPhysical activitiesclimate and environmentprogress of scienceextra caloriesशारीरिक क्रियाएंजलवायु व वातावरणविज्ञान की प्रगति
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह(नरसिंह)

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

समाधान की राह दिखाती तथागत की विचार संजीवनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना पर टिप्पणी करना पड़ा भारी: चेन्नई की प्रोफेसर एस. लोरा सस्पेंड

British MP Adnan Hussain Blashphemy

यूके में मुस्लिम सांसद अदनान हुसैन को लेकर मचा है बवाल: बेअदबी के एकतरफा इस्तेमाल पर घिरे

पाकिस्तान के साथ युद्धविराम: भारत के लिए सैन्य और नैतिक जीत

Indian DRDO developing Brahmos NG

भारत का ब्रम्हास्त्र ‘Brahmos NG’ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल अब नए अवतार में, पांच गुणा अधिक मारक क्षमता

Peaceful Enviornment after ceasfire between India Pakistan

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद आज क्या हैं हालात, जानें ?

Virender Sehwag Pakistan ceasfire violation

‘कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है’, पाकिस्तान पर क्यों भड़के वीरेंद्र सहवाग?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies