अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा निकाली जा रही “न्याय पदयात्रा” का आज यानि रविवार को तीसरा दिन है, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजस्थान में व्याप्त भ्रष्टाचार, बढ़ रहे दुष्कर्म के प्रकरण व पेपर-लीक जैसी घटनाओं को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ ये पदयात्रा निकाल रही है। रविवार को आमजनों से संवाद के साथ यह यात्रा गंगापुर सिटी से पिपलाई गांव तक पहुंची है। बतादें, दो दिन पहले ही प्रदेश में भीलवाड़ा से लोमहर्षक घटना सामने आई। जिससे जनमानस का मन अत्यंत आहत हो उठा और आमजन अपनी पीड़ा यात्रियों से साझा कर रहे हैं। इस यात्रा मार्ग में पड़े ‘बाढ़ खुर्द’ गांव की महिलाओं ने अभाविप के इस अभियान को जाना और लगभग 500 मीटर तक सह-यात्री बन प्रतीकात्मक रूप में यात्रा का समर्थन किया और अभाविप की इस पहल की सराहा भी की। ध्वस्त जनप्लावित सड़कों और भीषण बारिश में भी “बेटियों के सम्मान” दिलाने और मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटनाओं पर कोई ठोस कदम ना उठा रही राजस्थान सरकार के विरुद्ध जन जागरण करते यह यात्रा निरंतर चल रही है।
राजस्थान के करौली से 3 अगस्त को प्रारंभ हुई यह न्याय पदयात्रा कुडगांव, गंगापुर, बाढ़ खुर्द से होते हुए आज पीपलाई पहुंची, जहां जनसभा का आयोजन किया गया। संवाद के साथ विद्यार्थी परिषद की यात्रा बढ़ रही है, जहां स्थानीय जनों से भी बात कर उनकी समस्याओं को कार्यकर्ता जान रहे हैं और उन्हें इस यात्रा के ध्येय के विषय में अवगत करा रहे हैं। प्रदेश में लगभग सभी स्थानों पर बारिश कहर बरपा रही है। सड़कों पर नाली का पानी है और रास्ते में गढ्ढे ज्यादा हैं, समतल-भूमि कम फिर भी प्रदेश में ‘जंगलराज खत्म कराने’ और “न्याय व्यवस्था को सुदृण कराने” को निकली यह यात्रा निरंतर निश्चित पथ पर आगे बढ़ रही है। संध्या में पीपलाई में जनसभा का आयोजन किया गया, जहां अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री होशियार सिंह मीणा समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने उनकी समस्याएं जानी। 3 अगस्त को भीलवाड़ा में एक छात्रा के साथ दुष्कर्म कर उसे जलती भट्टी में जला दिया जाता है, 13 जुलाई को करौली में बहन के साथ दुष्कर्म कर उसपर तेज़ाब फेंक दिया जाता है तथा जोधपुर के ओसियां में 6 साल के बच्चे के साथ उसके परिवार के सदस्यों को भी जला दिया जाता है, ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करने वाली हैं। प्रदेश में आम जनता में प्रतिदिन आ रहीं ऐसी घटनाओं से भय व्याप्त है, युवा सरकार की नीतियों से नाखुश हैं और बेटियों को सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर बिल्कुल भरोसा नहीं है। अभाविप द्वारा चलाई जा रही इस यात्रा को स्थानीय लोगों का भरपूर समर्थन प्राप्त हो रहा है और सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने की क्षमता भी जागृत हो रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री होशियार सिंह मीणा ने कहा कि जनमानस सरकार की नीतियों से काफी व्यथित है, प्रदेश में दिनदहाड़े अमानवीय कृत्यों को बेलगाम तरीके से अंजाम दिया जा रहा है और सरकार इन अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रही है। दुष्कर्म जैसे वीभत्स अपराधों के लगभग सभी मामलों में सरकार से जुड़े लोगों के लिप्तता की बात सामने आती है। जिस सरकार से आमजनों को सुरक्षा की उम्मीद की जाती है, उसी सरकार के लोग उन दरिंदों को बढ़ावा दे रहे हैं। जिस पुलिस का प्रयोग कानूनी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए किया जाना चाहिए, उसका प्रयोग इन स्थितियों पर आवाज उठाने वालों के मुंह बंद करने और डंडे बरसाने के लिए किया जा रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् जयपुर प्रांत के सवाई माधोपुर विभाग की विभाग छात्रा प्रमुख अंजलि चौरसिया ने कहा कि प्रदेश में रोज दुष्कर्म जैसे अमानवीय मामले की खबरें सामने आ रहीं हैं। जिस प्रदेश की महिलाओं ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, आज उस प्रदेश में गहलोत सरकार की बदौलत उसे आजादी के पहले से भी बत्तर स्थिति है। बेटियों के मन में भय व्याप्त है, परिवारजन उन्हे बाहर कम निकलने की सलाह दे रहे हैं। कभी करौली , कभी भीलवाड़ा, कभी जयपुर रोज महिला संबंधी अपराधों को खबरें सामने आ रही हैं और कभी 14 वर्षीय बेटी की इज्जत ले भट्टी में झोंक दिया जा रहा है। ऐसे में बेटी की इज्जत के साथ, राजस्थान का गौरवशाली इतिहास जहां कभी बेटियों ने ही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गरिमा को बचाया आज उनकी इज्जत सरकार द्वारा संरक्षित हैवान ले रहे हैं। प्रदेश में एक बड़े बदलाव की जरूरत है और इस बदलाव को अभाविप की न्याय यात्रा से लाने का प्रयास किया जाएगा।
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