नूंह। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने तावडू रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के अवैध कब्जे को बुलडोजर से हटा दिया है। जांच में पता चला है कि ये लोग हिंसा में शामिल थे।
जानकारी के अनुसार इन रोहिंग्याओं ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ था। जांच में यह भी सामने आया है कि ये लोग हिंसा में शामिल थे, जिसके बाद पुलिस ने रोहिंग्याओं की 200 से अधिक झुग्गियों पर बुलडोजर चला दिया। बुलडोकर की कार्रवाई करीब 4 घंटे तक जारी रही। बताया जा रहा है कि इन झुग्गियों में अवैध तरीके से बांग्लादेशी लोग भी रह रहे थे, जो हिंसा में शामिल थे।
हिंसा के खिलाफ कार्रवाई तेज
हरियाणा में हुई हिंसा के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि अब तक 102 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और 202 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए 2300 वीडियो की पहचान की गई है। पुलिस का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में अहम भूमिका निभाई है।
साजिश के तहत हिंसा
जानकारी के अनुसार अभी तक की जांच में पुलिस को पता चला है कि साजिश के तहत हिंसा की गई है। गिरफ्तार आरोपी 19 से 25 साल के बताए जा रहे हैं। इन आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि भीड़ में शामिल होकर इन्होंने अवैध हथियारों से फायरिंग की है। साथ ही ईंट, पत्थर, लाठी और डंडों से हमला किया था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने अपने हथियार छिपा दिए थे। कई आरोपी मेवात की पहाड़ियों में, राजस्थान के जयपुर, उदयपुर, उत्तर प्रदेश के मेरठ, आगरा, अलीगढ़ में जाकर छिप गए हैं।
बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को हिंदू संगठनों ने बृजमंडल शोभा यात्रा निकाली थी, जिस पर कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया था। देखते ही देखते कट्टरपंथियों ने सैकड़ों वाहनों को जला दिया। नूंह के बाद सोहना में भी जमकर उत्पात मचाया था। इस हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है।
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