कोच्चि (केरल) : केरल के एर्नाकुलम जिले में पांच साल की बच्ची के साथ बलात्कार और गला घोंटकर हत्या करने के मामले में पुलिस ज्यादा से ज्यादा चश्मदीदों के बयान जुटाएगी। इसके लिए पुलिस ने टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड का आदेश दिया है। पुलिस अलुवा मजिस्ट्रेट के समय की पुष्टि का इंतजार कर रही है। अलुवा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक कुमार ने बताया कि पुलिस ने बिहार के रहने वाले आरोपी असफाक आलम की पृष्ठभूमि की जांच पूरी कर ली है।
आरोपी बिहार के अररिया जिले के सिकटी पुलिस स्टेशन का एक प्रवासी मजदूर है और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। पुलिस केस को मजबूत करने के लिए ज्यादा से ज्यादा चश्मदीदों के बयान जुटाने की कोशिश में है। टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड के जरिए आरोपी की पहचान कराई जाएगी।
पुलिस के मुताबिक, वे 20 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की पूरी कोशिश करेंगे लेकिन केमिकल लैब और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से देरी होने की आशंका है।
अलुवा एसपी ने कहा कि केरल पुलिस की एक विशेष जांच टीम तीन से चार दिनों के भीतर बिहार जाएगी। बिहार के प्रवासी श्रमिक की 5 वर्षीय बेटी का शव शनिवार को पेरियार नदी के किनारे अलुवा बाजार में एक डंपिंग एरिया में मिला था। उसे भयानक चोटें थीं और उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। 28 जुलाई को दिनदहाड़े अलुवा के चूर्णिककारा स्थित उसके घर के पास से बच्ची का अपहरण कर लिया गया था। आरोपी असफाक आलम (29) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह झूठे बयान देकर पूछताछ को गुमराह कर रहा था और उसने इस लड़की के बारे में अपनी जानकारी से भी इनकार किया। लेकिन सीसीटीवी दृश्यों के आधार पर पूछताछ में उसने कबूल कर लिया।
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