बरेली। यूपी के बरेली में कांवड़ जत्थे का रास्ता रोके से जाने से फिर माहौल गरमा गया है। कुछ दिन पहले मुस्लिम बहुल इलाके में जिस जगह कांवड़ियों पर पथराव हुआ था, वहीं मुस्लिम भीड़ ने फिर कांवड़ियों को रोक दिया है। गुस्साए हिन्दू संगठन मैदान में उतर आए हैं। मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भारी फोर्स के साथ भीड़ को हटाने की कोशिश में जुटे हैं।
बरेली से इस समय बड़ी संख्या में कांवड़िए गंगाजल लेने बदायूं के कछला घाट रवाना हो रहे हैं। कल सोमवार को गंगाजल लाकर मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाना है। बरेली के तनावग्रस्त जोगी नवादा इलाके से भी दोपहर में कांवड़ जत्था कछला जाने को रवाना हुआ था मगर रास्ते में मुस्लिम बहुल इलाके में शाह नूरी मस्जिद के सामने भीड़ ने कांवड़ियों को रास्ते से आगे नहीं जाने दिया। इलाके में पहले से ही पुलिस, पीएसी के साथ आरएएफ मुस्तैद है।
विवादग्रस्त जोगी नवादा में कांवड़ियों का रास्ता फिर रोके जाने की सूचना मिलते ही डीएम शिवाकांत द्विवेदी, एसएसपी प्रभाकर चौधरी, एसपी सिटी राहुल भाटी भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए। फोर्स ने समझा-बुझाकर टकराव टाल दिया है। हालांकि कांवड़ियों के रास्ते में मुस्लिम महिलाएं भी सड़कों पर बैठकर विरोध करती नजर आ रही हैं। जानकारी होते ही विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू जागरण मंच, बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर आकर कांवड़ जत्थे का रास्ता रोके जाने को लेकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। कांवड़ जत्थे को रोके जाने से इलाके में तनाव और बढ़ गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भीड़ में समझाने में जुटे हैं। एक दिन पहले हिन्दू पक्ष ने अपने इलाके से मोहर्रम का जुलूस पूरे सहयोग के साथ निकलने दिया था मगर कांवड़ जत्थे का मुस्लिम पक्ष का फिर से विरोध कर विवाद और बढ़ा दिया है।
बता दें कि पिछले रविवार को बरेली में थाना बारादरी इलाके के मोहल्ला जोगी नवादा में माहौल उस वक्त खराब हो गया था, जब शाहनूरी मस्जिद के सामने से गुजर रहे कांवड़ जत्थे पर मुस्लिम पक्ष ने पथराव किया गया था। उपद्रवियों ने पुलिस के वाहनों को भी निशाना बनाया था। घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने भारी हंगामा किया था। मामले में पुलिस ने कांवड़ जत्थे में शामिल लोगों की शिकायत पर समाजवादी पार्टी के नेता उस्मान अल्वी और मस्जिद के मौलाना सहित 100-150 अज्ञात लोगों के जानलेवा हमला, बलवा जैसी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट की थी। बवाल में शामिल सपा नेता उस्मान अल्वी सहित कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। पुलिस ने अपनी ओर से भी तमाम लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। उसी जगह पर फिर कांवड़ जत्थे का विरोध किए जाने से बरेली प्रशासन टेंशन में आ गया है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मीडिया को बताया कि दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर विवाद निपटाने के प्रयास जारी है।
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