भारत के पंजाब प्रांत में पिछले लंबे समय से सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से नशीले पदार्थ पहुंचने को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क थीं। उनकी नजर सीमा पार पाकिस्तान में बैठे नशे के तस्करों और पाकिस्तान सरकार से उनकी मिलीभगत पर थी। ऐसे अनेक तथ्य मिले हैं जो संकेत करते हैं कि पंजाब में युवाओं और उग्रपंथियों को नशे में डुबोकर उनसे भारत विरोधी हरकतें कराई जाएं।
यही वजह है कि पंजाब में लंबे समय तक रही शांति के बाद, आआपा सरकार के आने के बाद से देशद्रोहियों के हौसले बुलंद हैं। पाकिस्तान का रक्षा तंत्र और उसकी सहायक आईएसआई भी कथित तौर पर खुश है कि सीमा से सटे पंजाब में ऐसी भ्रष्ट और लापरवाह सरकार काम कर रही है। उन्होंने पंजाब के रास्ते भारत विरोधी गतिविधियां तेज कर दी हैं। नशे की तस्करी को लेकर तो प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के एक वरिष्ठ सहायक ने टेलीविजन स्क्रीन पर स्वीकारा है कि पाकिस्तान से भारत के पंजाब में ड्रोन के जरिए नशीले पदार्थ भेजे जाते हैं।
एक ताजा टेलीविजन साक्षात्कार में प्रधानमंत्री शाहबाज के सहायक, पाकिस्तान के वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने माना है कि पाकिस्तान के नशे के तस्कर भारत में नशीले पदार्थ भेजने के लिए ड्रोन का प्रयोग करते आ रहे हैं, जो इधर बढ़ गया है। एक तरह से पाकिस्तान सरकार की तरफ से यह पहली स्वीकारोक्ति है कि वहां से भारत में नशीले पदार्थ भेजे जाने के लिए उच्च तकनीकी साधनों का प्रयोग हो रहा है।
पाकिस्तान का रक्षा तंत्र और उसकी सहायक आईएसआई भी कथित तौर पर खुश है कि सीमा से सटे पंजाब में ऐसी भ्रष्ट और लापरवाह सरकार काम कर रही है। उन्होंने पंजाब के रास्ते भारत विरोधी गतिविधियां तेज कर दी हैं।
पाकिस्तान की तरफ से भारत की आशंका को सही साबित करती यह स्वीकारोक्ति इसलिए मायने रखती है क्योंकि यह खुद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के विशेष रक्षा सहयोगी मलिक मोहम्मद अहमद खान द्वारा टेलीविजन के पर्दे पर की गई है। खान ने हाल में भारत के पंजाब से सीमा पार सटे शहर कसूर में एक साक्षात्कार में पाकिस्तान की इस गहरी साजिश का खुलासा किया है। उन्होंने यह बात पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर को एक साक्षात्कार में बताई है।
यहां बता दें कि यही खान सूबे की विधानसभा में कसूर से निर्वाचित सदस्य हैं। इस साक्षात्कार के बारे में 17 जुलाई को हामिद मीर ने एक ट्वीट किया था। उसमें साक्षात्कार का वीडियो साझा किया गया था। अहमद खान से मीर ने कसूर में सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर एक सवाल पूछा तो उसके जवाब में अहमद खान ने यह बात बोल दी। अब ये कड़वा सच उन्होंने जानबूझकर स्वीकारा है या किसी और वजह से, यह तो वक्त ही बताएगा।
मीर के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ”अभी हाल में दो ऐसी घटनाएं हुई हैं, जहां दो ड्रोन पर 10—10 किलो हेरोइन बांधकर सीमा पार फेंकी गई है।” उनके अनुसार, वहां की ‘एजेंसियां इसे काबू करने की कोशिश’ में हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो को साझा करते हुए हामिद ने लिखा है, “प्रधानमंत्री के एडवाइजर मलिक मुहम्मद अहमद खान का बड़ा खुलासा। हेरोइन पहुंचाने के लिए तस्कर पाकिस्तान-भारत सरहद के पास कसूर के बाढ़ से घिरे इलाकों में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने बाढ़ में घिरे लोगों के पुनर्वास के लिए स्पेशल पैकेज की मांग की है, उन्हें डर है कि ऐसा न हुआ तो ये बाढ़ पीड़ित तस्करी के इस काम से जुड़ जायेंगे। खान के अनुसार, पैकेज न मिलने की सूरत में बाढ़ के सताए लोगों का नशे की तस्करी में जुट जाने का खतरा है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की सीमा पर मौजूद कसूर शहर भारत के पंजाब के खेमकरण तथा फिरोजपुर के ठीक दूसरी तरफ पढ़ता है। पंजाब पुलिस ने इस महीने के शुरू में ही जो आंकड़े जारी किए हैं वे बहुत चौंकाने वाले हैं। सिर्फ फिरोजपुर जिले में ही जुलाई 2022-2023 में एनडीपीएस कानून के अंतर्गत 795 रिपोर्ट दर्ज हुई हैं।
नशे की तस्करी से जुड़े आंकड़े बताते हैं कि ज्यादातर नशीले पदार्थ पंजाब के पाकिस्तान की सीमा से सटे जिलों से जब्त की गई हैं। मीडिया में आई रिपोर्ट बताती हैं कि पंजाब में तैनात बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी भारत ने कई मौकों पर पाकिस्तान से इस मुद्दे पर गौर करने को कहा है। लेकिन इसके बाद भी ड्रोन के जरिए सीमा पार से नशे और हथियारों की तस्करी रुकी नहीं है। सूत्रों के अनुसार, इस एक साल की बात करें तो पंजाब के सिर्फ सीमा से सटे इलाकों से ही 260 किलो हेरोइन, 19 हथियार, 30 मैगजीन, 470 चक्र गोला-बारूद तथा 30 पाकिस्तानी ड्रोन जब्त किए जा चुके हैं।
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर का कहना है कि अहमद खान ने जो कहा, वह पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हो रही नशे और हथियारों की तस्करी की पहली स्वीकारोक्ति है। पाकिस्तान सरकार की ओर से पहली बारी किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने ऐसी बात स्वीकारी है जिसे भारत की सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से जानती हैं और शिकायत कर चुकी हैं।
हामिद मीर का यह भी कहना है कि मलिक मोहम्मद अहमद खान कसूर से विधानसभा सदस्य हैं और पाकिस्तान में सत्ता और सैन्य अधिष्ठानों के काफी निकट हैं। हामिद मीर ने बताया कि वे कसूर के दौरे पर थे जिसके तीन तरफ भारत के इलाके हैं। वहां के गांव वालों ने बताया कि उस इलाके में उनके मोबाइल में सिग्नल नहीं आते। इसी क्रम में गांव वालों ने ड्रोन के आने—जाने तथा पाकिस्तान से भारत की तरफ नशीले पदार्थ भेजने की जानकारी दी थी। खान ने भी उन्हें बताया था कि सीमा के आर—पार ड्रोन की उस आवाजाही की वजह से सुरक्षा एजेंसियां यहां के मोबाइल सिग्नल जाम कर देती हैं।”
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