स्वराज, स्वधर्म, स्वदेशी की स्व-त्रयी को अपनाते हुए समाज परिवर्तन के लिए कार्यकर्ता तैयार हों।
नागपुर में गत दिनों जुलाई में राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधिमंडल बैठक आयोजित हुई। इसमें प्रमुख संचालिका शांताक्का जी और प्रमुख कार्यवाहिका सीता गायत्री पूर्ण समय उपस्थित रहीं। बैठक में 38 प्रांतों से 370 प्रतिनिधि सम्मिलित हुईं।
बैठक में समिति की वर्तमान स्थिति के विश्लेषण, कार्य विस्तार और सुदृढ़ीकरण की योजना पर चर्चा हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रमुख संचालिका शांताक्का जी ने कहा कि स्वराज, स्वधर्म, स्वदेशी की स्व-त्रयी को अपनाते हुए समाज परिवर्तन के लिए कार्यकर्ता तैयार हों।
प्रमुख कार्यवाहिका सीता गायत्री ने आह्वान किया कि मणिपुर जैसी घटना फिर न घटे इसलिए संपूर्ण समाज को जाग्रत एवं कटिबद्ध करने की दिशा में कार्यकर्ता प्रतिबद्ध हों।
बैठक में विभिन्न स्थानों पर जारी महिलाओं की प्रताड़ना, उन पर हो रहे जघन्य अत्याचार, हिंसा तथा बढ़ते हुए अपराधों के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की गई। इसके साथ ही मणिपुर में महिलाओं पर किए गए हमले और उनके साथ हुए अमानवीय दुराचार की घटना की कड़ी निंदा की गई एवं पीड़ित महिलाओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार, पुलिस एवं जांच एजेंसियों से सभी अपराधियों को कठोरतम दंड देने का निवेदन किया गया।
वहीं प्रमुख कार्यवाहिका सीता गायत्री ने आह्वान किया कि मणिपुर जैसी घटना फिर न घटे इसलिए संपूर्ण समाज को जाग्रत एवं कटिबद्ध करने की दिशा में कार्यकर्ता प्रतिबद्ध हों।
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