देहरादून। 24वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर राजभवन के समीप शौर्य स्थल पर बलिदानियों को नमन करते हुए गवर्नर लेफ्ट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने कहा कि हमें उत्तराखंड के वीर सपूतों पर गर्व है, जिन्होंने कारगिल युद्ध में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा इस युद्ध में 547 सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी जिनके बलिदान को ये देश कभी भुला नहीं सकता। उन्होंने कहा कि ये हमारा कर्तव्य है कि हम इनके परिवारों के हर सुख दुख का ख्याल रखे।
गांधी पार्क में आयोजित कारगिल विजय दिवस के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि हमें भारत मां की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले देवभूमि के जवानों पर हमेशा गर्व होता है, जब जब देश पर हमले हुए हमारे जवान सीमा की रक्षा करने में सबसे आगे डटे रहे। उन्होंने इस अवसर पर पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी का स्मरण करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में कारगिल युद्ध को मैदान में भी जीता और वार्ता की मेज पर भी जीता और देश का मान सम्मान बढ़ाया।
उल्लेखनीय कि साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध में देवभूमि उत्तराखंड के सैनिक सबसे आगे रहे, पहाड़ों में रहकर चट्टानों पर विजय प्राप्त करने वाले यहां के जवानों ने कश्मीर की चोटियों को पाकिस्तानी सैनिकों से छुड़ाने के लिए अदम साहस का परिचय दिया।
कारगिल युद्ध में देवभूमि के 75 जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। इनमें 37 जवान ऐसे थे, जिन्हें युद्ध के बाद उनकी बहादुरी के महावीर चक्र, वीर चक्र से लेकर मैन इन डिस्पैच पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्वत्रंतता से पहले हो या बाद हुए युद्ध में अपने देश के लिए बलिदान देना उत्तराखंड के जांबाजों की परंपरा रही है। कारगिल युद्ध में भी उत्तराखंड के जवानों ने हर मोर्चे पर अपने युद्ध कौशल का बेहतरीन परिचय देते हुए दुश्मनों की हर रणनीति को परास्त किया है।
रक्षा मामलों के जानकार बताते हैं कि युद्ध लड़ने में ही नहीं, बल्कि युद्ध की रणनीति तय करने और रणभूमि में विजय प्राप्त करने में भी उत्तराखंड के जवानों का कोई मुकाबला नहीं है। स्वतंत्रता के बाद से अब तक डेढ़ हजार से अधिक जवानों ने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
इन जिलों के जवानों ने भारत माता के लिए दिया बलिदान
जनपद बलिदान
देहरादून- 28
पौड़ी- 13
टिहरी- 08
नैनीताल- 05
चमोली- 05
अल्मोड़ा- 04
पिथौरागढ़- 04
रुद्रप्रयाग- 03
बागेश्वर- 02
ऊधमसिंह नग- 02
उत्तरकाशी- 01
कारगिल युद्ध में जिन्हे मिले वीर सम्मान पदक
महावीर चक्र : मेजर विवेक गुप्ता, मेजर राजेश अधिकारी।
वीर चक्र : कश्मीर सिंह, बृजमोहन सिंह, अनुसुया प्रसाद, कुलदीप सिंह, एके सिन्हा, खुशीमन गुरुंग, शशि भूषण घिल्डियाल, रुपेश प्रधान, राजेश शाह।
सेना मेडल : मोहन सिंह, टीबी क्षेत्री, हरि बहादुर, नरपाल सिंह, देवेंद्र प्रसाद, जगत सिंह, सुरमान सिंह, डबल सिंह, चंदन सिंह, मोहन सिंह, किशन सिंह, शिव सिंह, सुरेंद्र सिंह, संजय।
मेन्स इन डिस्पैच : राम सिंह, हरि सिंह थापा, देवेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, मान सिंह, मंगत सिंह, बलवंत सिंह, अमित डबराल, प्रवीण कश्यप, अर्जुन सेन, अनिल कुमार।
उत्तराखंड के सभी जिलों में प्रशासन और पूर्व सैनिक संगठनों ने मिलकर कारगिल विजय दिवस मनाया। इस अवसर पर देश के लिए बलिदान देने वाले सैनिक परिवारों का भी सम्मान किया गया।
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