देहरादून : राज्य में भारी वर्षा के चलते एनएच कई जगह से टूट कर बह गए हैं। चमोली जिले में बद्रीनाथ मार्ग बंद है। जबकि उत्तरकाशी जिले से भी चारधाम यात्रा मार्ग बंद पड़ा है। हालात को देखते हुए चारधाम यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
भारी बारिश की वजह से उत्तरकाशी और चमोली जिले के स्कूल आज बंद कर दिए गए हैं। भूस्खलन के कारण गगनानी बड़कोट पुरेला में मार्ग बंद है और कई जगह खेत बह गए हैं, यहां कई मकानों को भी नुकसान हुआ है और यहां आपदा प्रबंधन की टीम एसडीआरएफ लोगों की मदद करने में लगी हुईं हैं।
चमोली जिले में कई जगह राष्ट्रीय राजमार्ग बह गया है। जिसे ठीक करने में एनएच बीआरओ और पीडब्ल्यूडी के दल लगे हुए हैं। जोशीमठ से आगे करीब सौ मीटर सड़क अलकनंदा नदी में समा गई है यहां पहाड़ काट कर पुनः सड़क बनाए जाने में अभी दो से तीन दिन का समय लग सकता है।
उत्तराखंड में अभी 12 स्थानों पर एनएच और 220 छोटी सड़कें पहाड़ी मलबे की वजह से बंद हैं जिन्हें खोलने के लिए प्रशासन प्रयासरत है।
नदियों में उफान
उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री से आने वाली यमुना और उसकी सहायक कालसी टौंस और अमलावा पूरे रौद्र रूप में बह रही है, खतरे के निशान को टोंस ने पार कर लिया है। यमुना हरिपुर संगम पर खतरे के निशान के आसपास बह रही है, गंगा, शारदा, रामगंगा गौला कैलाश आदि नदियां भी उफान पर हैं। वहीं हरिद्वार के मैदानी इलाकों में अभी भी कई स्थानों में पानी भरा हुआ है। जहां राहत पहुंचाई जा रही है।
अभी तक 15 लोगों की मौत
इस साल की मानसून की भारी बारिश की वजह से उत्तराखंड में अभी तक पंद्रह लोगों की जान जा चुकी है। सौ से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है, आपदा प्रबंधन के अनुसार 14 सड़क पुल भी या तो ध्वस्त हो गए हैं या फिर बारिश में बह गए हैं।
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