एनएसए अजित डोवल ने वांग यी के सामने उजागर कीं चीन की शरारती हरकतें
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

एनएसए अजित डोवल ने वांग यी के सामने उजागर कीं चीन की शरारती हरकतें

दोनों देशों के मध्य 2020 में हुए गलवान संघर्ष के दिनों से चले आ रहे सीमा विवाद को लेकर बात हुई। एनएसए डोवल ने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने से दोनों देशों का हित जुड़ा है

by WEB DESK
Jul 25, 2023, 04:37 pm IST
in विश्व
वांग यी के साथ अजित डोवल

वांग यी के साथ अजित डोवल

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दक्षिण अफ्रीका के जोहानीसबर्ग शहर में ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों यानी एनएसए की 24 से 26 जुलाई तक चलने वाली बैठक में भारत ने विश्व के सामने मौजूद संकटों पर अपनी सोच दृढ़ता से रखी। इस बैठक में भारत के एनएसए अजित डोवल भी उपस्थित हैं। कल उन्होंने पूरी दृढ़ता से वैश्विक संकटों को लेकर भारत की सोच साझा की बल्कि भारत को चीन की तरफ से आ रही दिक्कतों की भी चर्चा की।

डोवल ने सम्मेलन से इतर चीन के वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता वांग यी से विशेष भेंट की। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष आपसी रणनीतिक भरोसा बढ़ाने पर काम करें तो समाधान निकाला जा सकता है। भारत के एनएसए ने यह भी कहा कि आम सहमति तथा सहयोग पर गौर करना जरूरी है, इसके लिए पहले द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया जाए।

अभी कुछ ही दिन पहले भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित एक सम्मेलन में कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना की सेंट्रल कमेटी के विदेश प्रकोष्ठ के निदेशक वांग यी से भेंट की थी। दोनों देशों के मध्य गलवान संघर्ष के दिनों से चले आ रहे सीमा विवाद को लेकर भी बात हुई थी। अब ब्रिक्स एनएसए सम्मेलन के मौके नी वांग यी ने डोवल से भारत—चीन के बीच संबंधों में स्थिरता लाने की बात की। इस पर भारत के एनएसए डोवल ने भी कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने से दोनों देशों का हित जुड़ा है।

भारत के एनएसए ने कहा कि साल 2020 से ही भारत और चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर जो स्थिति बनी है उसने रणनीतिक विश्वास तथा रिश्ते के राजनीतिक आधार को खत्म कर दिया है। इस मौके पर मौजूदा स्थिति के पूरे समाधान तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना बहुत जरूरी है।

उल्लेखनीय है कि भारत का इस संदर्भ में यही तर्क रहा है कि सीमा पर शांति लाए बिना ​दोनों देशों के बीच रिश्ते पटरी पर नहीं आ सकते। कल भी दोनों देशों के सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ राजनयिकों की बातचीत में डोवल ने जहां आपस में रणनीतिक भरोसे को बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया वहीं यह भी कहा कि सहमति तथा सहयोग पर गौर करके बाधाओं को दूर करना पहली जरूरत है। डोवल का कहना है कि संबंधों को जल्दी से जल्दी मजबूती देते हुए विकास की ओर ले जाया जाना चाहिए। चीन के वांग यी का कहना था कि भारत और चीन अन्य विकासशील देशों के साथ बहुपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का लोकतंत्रीकरण करने के पक्षधर हैं। दोनों अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को अधिक न्यायोचित दिशा में ले जाने को तैयार हैं।

इस वार्ता के संदर्भ में भारत के विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी की है। इसमें बताया गया है कि दोनों देशों की सीमा विवाद पर हुई बात में भारत के एनएसए ने कहा कि साल 2020 से ही भारत और चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर जो स्थिति बनी है उसने रणनीतिक विश्वास तथा रिश्ते के राजनीतिक आधार को खत्म कर दिया है। इस मौके पर मौजूदा स्थिति के पूरे समाधान तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना बहुत जरूरी है। इससे रास्ते की बाधाओं को दूर किया जा सकता है। दोनों देश यह बात अच्छे से जानते हैं कि भारत तथा चीन के संबंध इन दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि इस पूरे क्षेत्र तथा दुनिया के लिए भी बहुत महत्व रखते हैं।

इससे पूर्व कल ब्रिक्स बैठक में एनएसए डोवल ने कहा कि साइबर सुरक्षा से पैदा हुईं चुनौतियों को दूर करने के लिए साझा प्रयास करने होंगे। चीन के अलावा उन्होंने ब्रिक्स देशों के अपने अन्य समकक्षों तथा दोस्तों के साथ कई द्विपक्षीय बातचीत भी की। दक्षिण अफ्रीका में अगले महीने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। ब्रिक्स में सदस्य देश ​हैं ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका। यह संगठन इन देशों के आपस में हर क्षेत्र में समन्वय के लिए काम करता है।

Topics: communistचीनpladisputepartycpcब्रिक्सmeetingbricsIndiaarmywangChinabordergalwantalkNSAIndianbilateralभारत
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

DU के सिलेबस में बदलाव

DU के सिलेबस में बदलाव: अब पढ़ाया जाएगा सिखों की शहादत, हटाए गए इस्लाम-चीन-पाक चैप्टर

Dalai Lama Succesor

दलाई लामा का 90वां जन्मदिन और चीन को संदेश

विश्व में भारत का गौरव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्यों का समाधान’

विश्लेषण : दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies