मणिपुर में संघ के स्वयंसेवक समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ मिलकर शांति तथा परस्पर विश्वास का वातावरण बनाने तथा पीड़ित बंधुओं की आवश्यक सहायता करने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। बैठक में संघ के स्वयंसेवकों द्वारा पीड़ित लोगों के लिए चल रहे सहायता कार्यों को और अधिक व्यापक करने पर विचार हुआ।
गत 13-15 जुलाई को कोयम्बतूर के निकट ऊटी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय ‘प्रांत प्रचारक बैठक’ आयोजित हुई। बैठक की समाप्ति पर अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें बताया गया है कि बैठक में संघ की शाखाओं को उनके सामाजिक दायित्वों के अनुरूप और अधिक सक्रिय करने पर चर्चा हुई। बैठक में मणिपुर की वर्तमान स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई।
मणिपुर में संघ के स्वयंसेवक समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ मिलकर शांति तथा परस्पर विश्वास का वातावरण बनाने तथा पीड़ित बंधुओं की आवश्यक सहायता करने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। बैठक में संघ के स्वयंसेवकों द्वारा पीड़ित लोगों के लिए चल रहे सहायता कार्यों को और अधिक व्यापक करने पर विचार हुआ।
समाज के सभी वर्गों से अनुरोध किया गया कि वे परस्पर सौहार्द एवं शांति स्थापित करने के प्रयासों को गति दें। इसके साथ ही स्थायी शांति एवं पुनर्वास हेतु सरकार से हरसंभव कार्रवाई करने का आह्वान भी किया गया। बैठक में हाल ही में हिमाचल के मंडी, कुल्लू आदि जिलों, उत्तराखंड एवं दिल्ली में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों हेतु संघ द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्य की समीक्षा की गई, तुरंत करणीय उपायों पर विचार किया गया।
इस वर्ष प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष मिलाकर कुल 105 संघ शिक्षा वर्ग संपन्न हुए, जिनमें देशभर से कुल 21,566 शिक्षार्थी सहभागी रहे। इनमें 40 वर्ष की आयु से कम 16,908 तथा 40 से 65 वर्ष के 4,658 शिक्षार्थियों ने भाग लिया।
विभिन्न प्रांतों द्वारा पिछले दिनों आई अन्य विपदाओं में किए गए कार्यों से सभी को अवगत कराया गया। संघ की शाखाओं द्वारा सामाजिक दायित्वों के अनुरूप, उनके आसपास के क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार कई सारे सामाजिक एवं सेवा कार्य समय-समय पर किए जाते हैं।
बैठक में ऐसे कार्यों के विवरणों के साथ अनुभवों का आदान-प्रदान भी हुआ तथा संघ की प्रत्येक शाखा को इस दिशा में अधिक सक्रिय करने पर योजना बनी। इस वर्ष प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष मिलाकर कुल 105 संघ शिक्षा वर्ग संपन्न हुए, जिनमें देशभर से कुल 21,566 शिक्षार्थी सहभागी रहे। इनमें 40 वर्ष की आयु से कम 16,908 तथा 40 से 65 वर्ष के 4,658 शिक्षार्थियों ने भाग लिया।
बैठक में प्राप्त आंकड़ों के अनुसार देश भर में 39,451 स्थानों पर संघ की कुल 63,724 दैनिक शाखाएं तथा अन्य स्थानों पर 23,299 साप्ताहिक मिलन एवं 9,548 मासिक मंडलियां चल रही हैं। बैठक में संघ की विविध गतिविधियों के साथ आगामी शताब्दी वर्ष के कार्य विस्तार एवं शताब्दी विस्तारक योजना की भी समीक्षा की गई। इसमें मुख्यत: संगठनात्मक विषयों पर चर्चा हुई।
बैठक में सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले तथा सभी सह सरकार्यवाह एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही संघ प्रेरित विविध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्रियों की सहभागिता रही।
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