CBSE बोर्ड का बड़ा फैसला : बहुभाषी शिक्षा पर जोर, मातृभाषा में भी दी जाएगी शिक्षा
May 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम शिक्षा

CBSE बोर्ड का बड़ा फैसला : बहुभाषी शिक्षा पर जोर, मातृभाषा में भी दी जाएगी शिक्षा

शिक्षा मंत्रालय ने एनसीईआरटी को 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं के माध्यम से नई पाठ्यपुस्तकें तैयार करने का निर्देश दिया है, जिसे एनसीईआरटी ने भी सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया है, ताकि अगले सत्र से सभी विद्यार्थियों को 22 अनुसूचित भाषाओं में पाठ्यपुस्तके उपलब्ध कराई जा सकें।

by WEB DESK
Jul 21, 2023, 09:57 pm IST
in शिक्षा
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने विद्यार्थियों के बीच भाषाई विविधता, सांस्कृतिक समझ और शैक्षणिक सफलता को बढ़ावा देने के लिए बहुभाषी शिक्षा को मान्यता प्रदान किया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुच्छेद 4.12 में शिक्षार्थियों के लिए बहुभाषिकता के लाभों पर जोर दिया गया है, विशेष रूप से उन्हें अपनी मातृभाषा पर विशेष ध्यान देने के साथ, कई भाषाओं से अवगत कराया जाता है। नीति में अनुसार कम से कम कक्षा 5 तक, उससे अधिक कक्षा 8 या फिर अग्रिम कक्षाओं में मूल भाषा, मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाए।

कई चुनौतियों का होगा सामना
बहुभाषिक शिक्षा देने और शिक्षा के माध्यम के रूप में मातृभाषा का उपयोग करने में कई चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि बहुभाषी में पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की उपलब्धता, उच्च-गुणवत्ता वाली बहुभाषिक पाठ्यपुस्तकें तैयार करना, सीमित समयसीमा, क्योंकि बहुभाषी में शिक्षा प्रदान करने में अतिरिक्त शिक्षण समय की आवश्यकता होगी।

चुनौतियों से निपटने शिक्षा मंत्रालय ने किए उपाय
बहुभाषिक और मातृभाषा माध्यम में शिक्षा देने में आ रहीं कई चुनौतियों से निपटने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने कई उपाय किये हैं। जैसे कि शिक्षा मंत्रालय ने एनसीईआरटी को 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं के माध्यम से नई पाठ्यपुस्तकें तैयार करने का निर्देश दिया है, जिसे एनसीईआरटी ने भी सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया है, ताकि अगले सत्र से सभी विद्यार्थियों को 22 अनुसूचित भाषाओं में पाठ्यपुस्तके उपलब्ध कराई जा सकें। इसके अलावा उच्च शिक्षा में तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल शिक्षा, कानून शिक्षा आदि की पाठ्यपुस्तकें अब भारतीय भाषाओं के माध्यम में आ रही हैं।

भारतीय भाषाओं के माध्यम से शिक्षा की सुविधा प्रदान करने की दिशा में की गई पहल को ध्यान में रखते हुए, सीबीएसई से संबद्ध विद्यालय, भारतीय संविधान की अनुसूची 8 में उल्लिखित भारतीय भाषाओं का उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं। इससे प्राथमिक स्तर से लेकर माध्यमिक स्तर तक, अर्थात् पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं से लेकर बारहवीं कक्षा तक, भारतीय भाषाओं को वैकल्पिक माध्यम के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जो अन्य उपलब्ध विकल्पों के साथ एक विकल्प हो सकता है। विद्यालय उपलब्ध संसाधनों का अध्ययन कर सकते हैं, क्षेत्र के विशेषज्ञों से परामर्श कर सकते हैं और सीबीएसई विद्यालयों में बहुभाषी शिक्षा को वास्तविकता बनाने के लिए सर्वोत्तम अनुभवों को साझा करने के लिए अन्य विद्यालयों के साथ सहयोग कर सकते हैं।

Topics: mother tongue education in cbse boardमातृभाषा में शिक्षासीबीएसई बोर्डcbse boardबहुभाषी शिक्षामातृभाषा के माध्यम से शिक्षासीबीएसई बोर्ड में मातृभाषा में शिक्षाmultilingual educationeducation through mother tonguemother tongue education
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

अब छात्र पढेंगे रामायण और गीता : लखनऊ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में हुए कई बदलाव

RSS Org

देश भर में संघ की चल रहीं 83 हजार से अधिक शाखाएं

CBSE : इस बार मार्कशीट में विषयवार अंकों के साथ मिलेगा ग्रेड

अखण्ड मातृभूमि की अनन्य भक्ति हमारी राष्ट्रीयता का मुख्य आधार है : श्री मोहन भागवत

कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि पद्मश्री संतोष यादव जी का अभिवादन करते सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी

मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने वाली नीति बननी चाहिए यह अत्यंत उचित विचार है : श्री मोहन भागवत

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

PM मोदी पर फर्जी आरोपों वाली AI जनित रिपोर्ट वायरल, PIB ने बताया झूठा

डार वहां के विदेश मंत्री वांग यी (दाएं) से मिलकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले हैं

भारत से पिटे जिन्ना के देश के विदेश मंत्री इशाक डार आज चीन जाकर टपकाएंगे घड़ियाली आंसू, मुत्तकी से भी होगी बात

सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: हाई कोर्ट के सभी जजों को पूर्ण पेंशन का अधिकार

NIA

भुवनेश्वर में खुलेगा एनआईए का कार्यालय, गृह विभाग ने जारी की अधिसूचना

Mystirous cave found in Uttrakhand

उत्तराखंड: बेरीनाग के पास मिली रहस्यमय गुफा, वैज्ञानिक शोध की जरूरत

Operation Sindoor: पाकिस्तान को फिर से हराने के लिए रहें तैयार

एस जयशंकर

ऑपरेशन सिंदूर पर बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया: PIB ने राहुल गांधी के दावे का किया खंडन

Pakistan Targeted Golden Temple

Operation Sindoor: पाकिस्तान के निशाने पर था स्वर्ण मंदिर, एयर डिफेंस ने ड्रोन, मिसाइलों को हवा में ही बना दिया राख

प्रतीकात्मक चित्र

बांग्लादेश से भारत में घुसे 3 घुसपैठिए गिरफ्तार, स्थानीय एजेंटों की तलाश

Pakistan Spy Shehzad arrested in Moradabad

उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद में ISI जासूस शहजाद गिरफ्तार, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए करता था जासूसी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies