देहरादून। चमोली घटना स्थल से लौटने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एसटीपी के कार्यों का प्रबंधन करने वाले इंजीनियर को निलंबित करने का आदेश दिया है। मुख्य महाप्रबंधक उत्तराखण्ड जल संस्थान को एसटीपी का संचालन एवं रखरखाव करने वाली फर्म के कार्यों का दायित्व देख रहे हरदेव लाल, अपर सहायक अभियन्ता को निलम्बित करने के निर्देश दिए हैं।
इसके बाद मुख्य महाप्रबंधक ने आदेश में स्पष्ट किया कि प्रथमदृष्ट्या हरदेव लाल अपर सहायक अभियन्ता के द्वारा विभागीय कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरते जाने का दोषी पाये जाने के दृष्टिगत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इसी प्रकरण में महाप्रबंधक उत्तराखण्ड पावर कॉरपोरेशन लि. द्वारा कुन्दन सिंह रावत, प्रभारी अवर अभियन्ता विद्युत वितरणखण्ड गोपेश्वर को भी निलम्बित किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर राजस्व उपनिरीक्षक तहसील चमोली द्वारा सुपरवाइजर ज्वाइन्ट वेन्चर कम्पनी एवं अन्य संबंधित के विरूद्ध नमामि गंगे के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरते जाने के संबंध में एफ.आई.आर. दर्ज कर दी गई है।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर जिला अस्पताल गोपेश्वर में भर्ती चमोली हादसे के बाकी सभी 5 घायलो को भी गुरुवार को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स में भर्ती किया गया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एम्स ऋषिकेश में घायलों को मानसिक दबाव से मुक्त करने और उच्च स्तरीय स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा गया है। इससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने गुरुवार को पूर्वाह्न में स्वयं चमोली पहुंचकर हादसे में हताहत हुए लोगों के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने हादसे में प्राणों की आहुति देने वाले होमगार्ड्स के जवानों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हृदय विदारक घटना की गहनता से जांच की जाएगी और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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