मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने वंदे वातरम् बोलने से मना कर दिया। आजमी ने बुधवार को सदन में कहा कि उनका मजहब (इस्लाम) वंदे मातरम कहने की इजाजत नहीं देता है। हम अपनी मां के सामने भी सिर नहीं झुकाते हैं। इस पर देवेंद्र फडणवीस ने अबू आजमी से पूछा – अबू भाई, ऐसा कौन सा मजहब बोल सकता है कि अपनी मां के सामने सिर मत झुकाओ? देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वंदे मातरम पर करोड़ों लोगों की श्रद्धा है।
ऐसा कोई भी मज़हब नहीं कहता की अपनी माँ के सामने सिर मत झुकाओ !
करोडो लोकांची वंदे मातरम् वर श्रध्दा !
ते संविधानाने स्वीकारलेले राष्ट्रगान !
राष्ट्रगीत आणि राष्ट्रगान या सभागृहात सुद्धा आपण म्हणतो.
असा कोणता धर्म नाही, जो सांगतो आपल्या मातेसमोर झुकू नका, मुस्लिम धर्म सुद्धा हे… pic.twitter.com/FKyUsnJ0TA— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 19, 2023
अबू आजमी ने बुधवार को कहा कि हमें इस्लाम सिखाता है कि सिर उसी के आगे झुकाओ जिसने ये सारा जहान बनाया। मेरे मजहब के मुताबिक अगर मैं वंदे मातरम नहीं बोल सकता हूं तो इससे मेरे दिल में मेरे मुल्क के लिए इज्जत और मेरी वतनपरस्ती में कोई कमी नहीं होती और इससे किसी को आपत्ति होनी भी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा उनका मजहब वंदे मातरम कहने की इजाजत नहीं देता है। हम अपनी मां के सामने भी सिर नहीं झुकाते हैं। उनकी इस टिप्पणी का विरोध हुआ। देवेंद्र फडणवीस ने अबू आजमी से पूछा कि ऐसा कौन सा मजहब है जो यह कहता हो कि अपनी मां के सामने सिर मत झुकाओ। दुनिया का ऐसा कोई भी मजहब नहीं है। आपका भी मजहब ऐसा नहीं बोलता। कोई भी मज़हब नहीं कहता कि अपनी माँ के सामने सिर मत झुका।
देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि वंदे मातरम कोई धार्मिक गीत नहीं है। कोई पूजा का गीत नहीं है। यह राष्ट्र का गान है। इसे संविधान ने दर्जा दिया है। देवेंद्र फडणवीस के वक्तव्य का सदन में उपस्थित सदस्यों ने समर्थन किया। देवेंद्र फडणवीस का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ।
टिप्पणियाँ