ब्रिटेन में पिछले कुछ समय से जिस प्रकार इस्लामी कट्टरपंथियों ने उत्पात मचाया हुआ है और निर्दोष ब्रिटेनवासियों का जीना मुहाल किया हुआ है उससे सरकार अनभिज्ञ नहीं है। और शायद इसीलिए इस इस्लामिक आतंकवाद के विरुद्ध कड़े कदम उठाने का मन बना चुकी है। ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में उक्त विषय पर आधारित ‘कांटेस्ट:द यूनाइटेड किंग्डम्स स्ट्रेटेजी फॉर कॉउंटरिंग टेररिज्म 2023’ नामक रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट को पटल पर रखते हुए सुएला ने दुनिया के विभिन्न देशों में चल रहीं इस्लामिक जिहादियों की करतूतों के प्रति सचेत करते हुए इसे सबसे बड़ा खतरा बताया है।
इसके शक नहीं है कि ब्रिटेन में इधर कट्टरपंथी मजहबी तत्वों ने जबरदस्त उपद्रव मचाया हुआ है। वहां सड़कें घेरकर नमाज पढ़ना, लूटपाट करना, राहजनी करना, डकैती और हत्याएं करना आदि इन्हीं इस्लामी तत्वों की वजह से बढ़ गया है। राजधानी लंदन इससे अछूती नहीं रही है। अब संसद में सुएला की प्रस्तुत रिपोर्ट चौंकाने वाली है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रिटेन के लिए इस्लामी आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरा है। यहां एक और बात ध्यान देने योग्य है कि अल कायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे जिहादी गुट नए गुर्गों की भर्ती के लिए ऑनलाइन अभियान चलाए हुए हैं।
सुएला ने कहा कि 2018 और उसके बाद, उनके देश में नौ बड़े जिहादी हमले हो चुके हैं। इन हमलों में छह लोगों की मौत हुई तथा 20 घायल हुए। अन्य देशों में 11 बड़े आतंकवादी हमले हुए जिनमें सिर्फ ब्रिटेन के 24 नागरिक मारे गए हैं। इन हमलों के पीछे जिहादी तत्वों का ही हाथ पाया गया था।
‘कांटेस्ट:द यूनाइटेड किंग्डम्स स्ट्रेटेजी फॉर कॉउंटरिंग टेररिज्म 2023’ रिपोर्ट पेश करते हुए, गृहमंत्री सुएला ने दुनिया के कई देशों में व्याप्त इस्लामी गुटों के जिहादी खतरे की विस्तार से जानकारी दी और साथ ही यहां तक कहा कि इस खतरे से सभी देशों को सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन में गृह विभाग जिहादी खतरे का मुकाबला करने को और दमदार तथा संगठित नजरिया अपनाएंगा। इसमें यह नई रिपोर्ट मदद करेगी।
गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने ब्रिटिश संसद में अपना लिखित बयान रखा है। इसमें कहा गया है कि हमारा मानना है आतंकवाद से खतरा बढ़ता जा रहा है। हमें इसके विरुद्ध पूरी ताकत लगानी होगी। सुएला ने आगे कहा कि 2018 और उसके बाद, उनके देश में नौ बड़े जिहादी हमले हो चुके हैं। इन हमलों में छह लोगों की मौत हुई तथा 20 घायल हुए। अन्य देशों में 11 बड़े आतंकवादी हमले हुए जिनमें सिर्फ ब्रिटेन के 24 नागरिक मारे गए हैं। इन हमलों के पीछे जिहादी तत्वों का ही हाथ पाया गया था।
संसद में अपने संबोधन में सुएला ने बताया कि ब्रिटेन में जिस प्रकार का जिहादी खतरा है, उसका कड़ा प्रतिकार करने में इस रिपोर्ट की बड़ी भूमिका रहने वाली है। हमें जरूरत है कि इसके पीछे की जिहादी विचारधारा पर चोट करने की। हमें इस ओर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
ब्रिटिश गृहमंत्री द्वारा प्रस्तुत की गई इस रिपोर्ट में उल्लेख है कि जिहादी गुट अल कायदा तथा इस्लामिक स्टेट और उनसे जुड़े अन्य छोटे—बड़े गुट और ज्यादा इलाकों में फैलते जा रहे हैं और इनकी गतिविधियां बेरोकटोक जारी हैं। रिपोर्ट में साफ बताया गया है उनके देश ब्रिटेन में अगर सबसे बड़ा खतरा कोई है तो वह इस्लामी आतंकवाद ही है।
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