कोलकाता में 9 जुलाई को भारतीय संस्कृति संसद द्वारा ‘किताबें करती हैं बातें’ शृंखला के अंतर्गत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पूर्व पुलिस महानिदेशक मृत्युंजय कुमार सिंह ने अपने बहुचर्चित खंड काव्य ‘द्रौपदी’ के संबंध में विचार रखे।
संस्था की साहित्य मंत्री डॉ. तारा दूगड़ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस पूरी परिचर्चा की पीठिका प्रस्तुत की युवा साहित्यकार डॉ. अभिजीत सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन किया संस्था के मानद सदस्य डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी ने।
भारतीय संस्कृति संसद द्वारा ‘किताबें करती हैं बातें’ शृंखला के अंतर्गत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पूर्व पुलिस महानिदेशक मृत्युंजय कुमार सिंह ने अपने बहुचर्चित खंड काव्य ‘द्रौपदी’ के संबंध में विचार रखे।
डॉ. त्रिपाठी ने इस खंड काव्य के अनेक छन्दों की भूरि-भूरि प्रशंसा कर सबसे उसे पढ़ने का आग्रह किया।
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