नई दिल्ली। देश में कर संग्रह में निरंतर बढ़ोतरी हो रहा है, जो आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताता है। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अबतक शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष कर संग्रह 16 फीसदी बढ़कर 4.75 लाख करोड़ रुपये रहा है। आयकर विभाग ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि चालू वित्त वर्ष में 9 जुलाई तक सकल कर संग्रह 5.17 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के सकल कर संग्रह से 14.65 फीसदी अधिक है। मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अबतक प्रत्यक्ष कर संग्रह कुल बजट अनुमान के 26.05 फीसदी पर पहुंच गया है। इसमें आयकर और कंपनी कर शामिल हैं।
मंत्रालय के मुताबिक कर वापसी के बाद अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.75 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल के इसी अवधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह के मुकाबले 15.87 फीसदी अधिक है। मंत्रालय के मुताबिक इस साल एक अप्रैल से नौ जुलाई के दौरान 42 हजार करोड़ रुपये के ‘रिफंड’ जारी किए गए हैं। यह पिछले साल इसी अवधि में हुई कर वापसी के मुकाबले 2.55 फीसदी अधिक है।
उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.23 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यह वित्त वर्ष 2022-23 के 16.61 करोड़ रुपये के मुकाबले 9.75 फीसदी अधिक है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ