नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की पश्चिमी रेंज-2 टीम ने दिल्ली दंगों के आरोपी और एक लाख के वांछित बदमाश मो. खालिद को गिरफ्तार कर लिया है। वह 2020 में हेडकांस्टेबल रतनलाल की हत्या में शामिल था। इस संबंध में दयालपुर थाने में मामला दर्ज हुआ। दिल्ली दंगे में कई लोगों की मौत हो गई थी, सैकड़ों लोग घायल हो गए थे और सरकारी एवं निजी संपत्तियों का भारी नुकसान हुआ था। इस संबंध में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में 750 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे।
इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि मोहम्मद खालिद मणिपुर के इम्फाल में छिपा हुआ है। सूचना पुख्ता कर पुलिस टीम ने लगातार टेक्निकल सर्विलांस से नजर रखी और आरोपित की वास्तविक लोकेशन का पता लगा लिया। फिर टीम ने एक्शन लेते हुए उसे इम्फाल से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि साल 2020 में वह अपने बड़े भाई मो. अयाज और अन्य साथियों के साथ दिल्ली के चांद बाग में हो रहे सीएए/एनआरसी विरोधी प्रदर्शन में शामिल हुआ था। उसके घर पर एक गुप्त बैठक हुई थी, जिसमें लाठी, लोहे की रॉड आदि इकट्ठे करने और सड़कों को ब्लॉक करने का निर्णय लिया गया था। उसके बाद भीड़ ने सड़कों को बंद करके दंगा करना शुरू कर दिया। दंगों के दौरान चांद बाग विरोध प्रदर्शन स्थल पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गयी और मेन वजीराबाद रोड को अवरुद्ध करने का प्रयास किया गया।
जब पुलिस टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो खालिद, उसका भाई मो. अयाज और अन्य दंगाइयों ने पथराव शुरू कर दिया और पुलिस दल पर हमला कर दिया। इससे दिल्ली पुलिस के हेडकांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई और कई अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आरोपित पिछले तीन साल से फरार था।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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