चौखुटिया निवासी एक व्यक्ति द्वारा 17 वर्षीय पुत्री के बिना बताए घर से चले जाने एवं वापस न आने के संबंध में थाना चौखुटिया में 5 जुलाई को तहरीर दी गई थी, जिस पर तत्काल एफआईआर पंजीकृत की गई। अल्मोड़ा एसएसपी रामचन्द्र राजगुरु ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल सीओ रानीखेत, थानाध्यक्ष चौखुटिया व एसओजी प्रभारी को नाबालिग बालिका की शीघ्र बरामदगी हेतु टीम गठित की। पुलिस टीमों ने साइबर सेल की मदद से नाबालिग की तलाश के लिए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में दिन-रात तलाशी अभियान चलाया।
एसएसपी ने बताया कि टीमों के अथक प्रयास व साइबर सेल की मदद से नोएडा से आमिल के कब्जे से लड़की को बरामद कर लिया। आमिल ग्राम शेखुपुरा थाना भावनपुर जिला मेरठ का रहने वाला है। आमिल को गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर पॉक्सो एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है।
नाबालिग लड़की के लापता हो जाने पर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था और आरोप लगाया था कि उक्त मुस्लिम युवक द्वारा ही लड़की को बहला फुसला कर ले जाया गया है। पुलिस इस मामले में इसी आधार पर आरोपी की खोज भी की थी और उसे नोएडा से पकड़ लिया।
गढ़वाल के बाद अब कुमायूं मंडल में इस तरह की वारदात सामने आ रही हैं। हिंदू संगठन बार बार सख्त सत्यापन की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस सत्यापन में सक्रियता नहीं दिखा रही है।
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