मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर झूठा आरोप लगाया है। बता दें कि एक दिन पहले ही दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है,”दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों के लिए राष्ट्रीय जल, जंगल और जमीन के अधिकार को लेकर गुरु गोलवलकर जी के क्या विचार थे, अवश्य जानिए।” इसके नीचे उन्होंने एक पुस्तक के पन्ने को लगाया है, जिस पर लिखा है, ”मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं, लेकिन जो दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो, ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए।—गोलवलकर गुरुजी।”
उनके इस ट्वीट के बाद काफी हंगामा हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने दिग्विजय के ट्वीट को तथ्यहीन तथा सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला बताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ”संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा फोटोशाप चित्र लगाया गया है। श्रीगुरुजी ने कभी ऐसा नहीं कहा।”
दिग्विजय सिंह की इस हरकत से संघ के करोड़ों स्वयंसेवकों की भावानाएं आहत हुईं। यही कारण है कि कई जगह दिग्विजय सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। अब तक उन पर तीन मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। ये तीनों मुकदमे मध्य प्रदेश में हुए हैं। पहला मुकदमा इंदौर के तुकागंज थाने में दर्ज कराया गया है। दूसरा, राजगढ़ के कोतवाली में और तीसरा, गुना के कैंट थाने में दर्ज हुआ है।
यही दिग्विजय सिंह हैं, जिन्होंने मुम्बई पर हुए आतंकवादी हमले पर लिखी अजीज बर्नी की पुस्तक ‘आरएसएस की साजिश : 26.11’ पुस्तक का लोकार्पण किया था। पुस्तक का शीर्षक ही बता रहा है कि अजीज बर्नी ने मुम्बई हमले का आरोप संघ पर लगाया था। यदि पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब जिंदा न पकड़ा जाता तो लोग बर्नी की इस पुस्तक को सही मान लेते। भगवान की बड़ी कृपा हुई कि कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया और उसने बताया कि किस तरह पाकिस्तान की मदद से मुम्बई पर हमला हुआ। दिग्विजय सिंह भगोड़े जाकिर नाइक के साथ भी बहुत दिनों तक खड़ेू रहे। यही नहीं, जाकिर नाइक के जलसों में दिग्विजय सिंह भाषण भी देने जाते थे।
यह भी माना जाता है कि राहुल गांधी के राजनीतिक गुरु दिग्विजय सिंह ही हैं। ऐसी धारणा है कि दिग्विजय सिंह ने ही राहुल गांधी को संघ के विरुद्ध बयान देने की प्रेरणा दी है। इसका दुष्परिणाम यह है कि इन दिनों राहुल गांधी कई मुकदमों का सामना कर रहे हैं।
टिप्पणियाँ