देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर कहा कि भव्यता और सहजता से ये खेल आयोजित कराए जाएंगे। खेलों के आयोजन के सम्बन्ध में उच्चस्तरीय बैठक में तारीख, आयोजन स्थल, सुविधाओं एवं व्यवस्था को लेकर व्यापक विचार विमर्श हुआ।
बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्य, मुख्य सचिव डा. एस. एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पाण्डेय, एस. एन. पाण्डेय सहित खेल विभाग तथा भारतीय एवं उत्तराखंड ओलंपिक संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे। निदेशक खेल जितेन्द्र कुमार सोनकर ने आयोजन व्यवस्था की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में वर्ष 2024 में अक्टूबर-नवंबर में 38वें राष्ट्रीय खेलों तथा देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार हल्द्वानी, नैनीताल रुद्रपुर एवं गुलरमोज में निर्धारित आयोजन स्थलों पर खेलों के आयोजन पर सहमति व्यक्त की। इसके साथ ही आयोजन को भव्यता और गरिमा के साथ आयोजित किये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिया कि इसके लिए उच्चाधिकार समिति(एच.पी.सी.) का भी गठन किया जाए जो आयोजन से सम्बन्धित व्यवस्थाओं एवं जरूरतों का ध्यान में रखते हुए त्वरित निर्णय लेने में सक्षम होगी। जी-20 के सफल आयोजन की भांति यह आयोजन भी सफलतापूर्वक सम्पन्न हो इसका ध्यान रखा जाए। इसमें राज्य की देश में बेहतर पहचान बनेगी तथा राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन में राज्य के परम्परागत खेलों को भी शामिल करने की बात कही। उन्होंने इसके लिए अभी से वातावरण के सृजन पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि गत वर्ष गुजरात एवं इस वर्ष गोवा में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय खेलों के आयोजन व्यवस्थाओं का भी अध्यनन किया जाए ताकि व्यवस्थायें और बेहतर हो सकें। पर्यटन के साथ राज्य की संस्कृति के प्रचार-प्रसार का यह आयोजन माध्यम बने इस पर भी ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में हमारे खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकें, इसके लिए राज्य स्तरीय खेलों का भी आयोजन राष्ट्रीय खेलों से पहले किया जाए। राज्य के जो खिलाड़ी दूसरे राज्यों की ओर से खेल रहे हैं उन्हें भी राज्य की ओर से खेलने के लिए प्रेरित किया जाए। राज्य में तैयार की गई नई खेल नीति का भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। यह नीति राज्य के युवा खिलाड़ियों के व्यापक हित में तैयार की गई है। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के साथ हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने खेल नीति से सम्बन्धित सभी सुविधाओं का लाभ खिलाड़ियों को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
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