भोपाल। मध्य प्रदेश में जहां इस्लामिक आतंकवाद, लव जिहाद और जमीन जिहाद के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। वहीं, अब ऐसी चर्चा है कि लव जिहाद से ध्यान भटकाने के लिए षड्यंत्र करना भी शुरू कर दिया गया है। हिंदुओं पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें कैसे बदनाम किया जा सकता है, इससे संबंधित राज्य के शिवपुरी जिले की तहसील नरवर में बड़ा मामला उजागर हुआ है। वरखाड़ी गांव के रहनेवाले जाटव और केवट समाज के दो युवकों को लड़कियों से छेड़खानी के झूठे आरोप में पकड़ा गया। फिर मुसलमानों की भीड़ ने उन्हें पहले जमकर पीटा, जूतों की माला पहनाई, मुंह पर कालिख पोती और इसके बाद उनके मुंह में मल (मैला) ठूंस दिया गया ।
पुलिस की जांच में पकड़ा गया झूठ
पुलिस को दोनों युवकों ने बताया कि मुस्लिमों की भीड़ झूठे आरोप लगा रही है। जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि जिस लड़की को ये इस मामले की मुख्य पीड़िता बता रहे हैं वह लड़की वहां मौजूद ही नहीं थी। घटना के आस-पास छोड़िए दूर-दूर तक उसके होने का कोई संकेत नहीं मिला। पुलिस ने जांच में इस पूरे प्रकरण को झूठा पाया। इसके बाद दोनों युवकों के साथ बरते गए अमानवीय व्यवहार और उनके साथ मारपीट करने वाले सात लोगों के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।
इस संबंध में एसपी रघुवंश भदौरिया का कहना है कि आरोपियों ने इन दोनों युवाओं को बात करने के बहाने बुलाया था और फिर इनके साथ बुरा बर्ताव किया। उन्होंने बताया कि जिस लड़की को आधार बनाकर इसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया, उस लड़की की लोकेशन वहां है ही नहीं, जहां का होना इन्होंने बताया था। दोनों युवकों के साथ जिन सात लोगों ने गलत किया, उनमें से छह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी फरार है, वह भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।
वकील खान फरार
मगरौनी चौकी प्रभारी दीपक शर्मा ने बताया कि दोनों पीड़ित युवकों की शिकायत पर इस मामले में पुलिस ने वरखाड़ी गांव के रहने वाली दो महिलाओं समेत सात लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। अजमत खान, वकील खान, आरिफ खान, शाहिद खान, इस्लाम खान, रहीशा बानो, साइना बानो के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। वकील खान को छोड़कर सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कथित सेक्युलर बिरादरी की चुप्पी पर बोली विहिप
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने वंचित समाज के हिंदू युवकों के साथ हुए अपमान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वहीं, दोनों लड़कों और उनके परिवार जनों को इस मामले में कानूनी न्याय चाहिए। विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने कहा, ”जब किसी हिन्दू पर जिहादी हमले होते हैं तो संपूर्ण सेक्युलर बिरादरी मौन हो जाती है। वहीं, जब एसटी-एससी हिन्दू पर हमले होते हैं तब वंचित समाज का मसीहा बनने का नाटक करनेवाले, चंद्रशेखर, ‘जय भीम जय मीम’ वादी, हैदराबादी भाईजान, माया, ममता और टीपू आखिर क्यों नहीं बोलते। ये समझ से परे है। वास्तव में ये गंभीर मुद्दा है। मध्य प्रदेश जैसे सख्त शासन में भी यदि इस प्रकार के ये अतिवादी लोग जब सक्रिय दिखाई देते हैं तो यह और भी चिंतनीय है।”
विनोद बंसल ने कहा कि, ”विश्व हिन्दू परिषद इस घटना में गंभीर जांच कर त्वरित, कठोरतम कार्रवाई करने की मांग करती है। हमारा एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही पीड़ित परिवारों से मिलेगा। दोषियों को जब तक सजा नहीं मिल जाती विहिप चुप नहीं बैठेगी। शिवपुरी जिले से एक दूसरा प्रकरण भी सामने आया है, जिसमें इंसाफ खान ने दुष्कर्म के बाद बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी। ऐसे बालिकाद्रोही-महिलाद्रोही लोगों के विरुद्ध बाल और महिला आयोग को त्वरित संज्ञान लेना चाहिए।”
वन भूमि पर कब्जा किए हैं आरोपी
पुलिस ने जिन पर केस दर्ज किया है ये सभी आरोपी शिवपुरी में वन भूमि पर कब्जा कर जमीन जिहाद भी कर रहे हैं। इसको लेकर स्थानीय ग्रामवासियों ने कलेक्टर शिवपुरी के नाम तलसीलदार नरवर को ज्ञापन भी सौंपा है। इसमें जिलाधीश से ग्राम बडखाड़ी में स्थित वन विभाग की भूमि पर से मुस्लिम समाज अवैध कब्जा हटवाये जाने का आग्रह किया गया है। साथ ही विस्तार से बताया गया कि उनके ग्राम बरखाडी, तहसील-नरवर में वन विभाग की भूमि है। उक्त भूमि पर मुस्लिम समाज के व्यक्तियों ने अवैध कब्जा कर रखा है। पूर्व में उक्त लोगों के विरूद्ध वन विभाग द्वारा कार्रवाई भी की जा चुकी है, किन्तु अभी तक उक्त लोगों द्वारा कब्जा नहीं हटाया गया है।
यहां के लोगों ने यह भी बताया कि वन विभाग की भूमि पर मुस्लिम समाज के व्यक्तियों का अवैध कब्जा का विरोध किये जाने पर ही इन समुदाय विशेष के लोगों ने जाटव एवं केवट समाज के व्यक्ति को अपने घर पर बुलाकर उन्हें घर में बंद कर बेरहमी से पीटा था। जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया एवं उनके मुंह पर कालिख पोतकर, मल खिलाकर उनका जूलूस निकाला था, जोकि समस्त हिन्दू समाज का अपमान है। इस कृत्य से धार्मिक एवं सामाजिक उन्माद फैलने की आशंका है। यहां किसी भी प्रकार का कोई उन्माद न फैले, इसके लिए ग्राम बरखाड़ी की वन विभाग की भूमि पर से मुस्लिम व्यक्यिों का अवैध कब्जा हटवाए जाए और उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाए।
लव जिहाद से ध्यान भटकाने की कोशिश तो नहीं
इस प्रकरण को मध्य प्रदेश में लव जिहाद से ध्यान भटकाने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है, क्योंकि इस पूरे मामले में इन दोनों युवकों का जूतों की माला पहनाते हुए उन्हें जलील करने का वीडियो बनाया गया था, उसे इस तरह से वायरल करने की कोशिश की गई कि हिन्दू लड़के मुस्लिम लड़कियों को छेड़ते हैं। यहां तक कि इन दोनों को मुस्लिम भीड़ जुलूस के रूप में ले जाकर पुलिस के हवाले करके आई, जिसमें कि सभी को यही लगा कि वास्तव में इन दोनों लड़कों की ही गलती है। लेकिन अब पूरा मामला ही फर्जी तरीके से योजना बनाकर गढ़ा गया है, यह सामने आ चुका है। यदि यह सच किसी कारण से सामने नहीं आता तो आगे भी जिन्होंने इन दोनों हिन्दू युवाओं का वीडियो देखा वे इस वीडियो को सच मानते।
मध्यप्रदेश में लव जिहाद के केस सामने आ रहे हैं, जिसमें कि मुस्लिम युवक तिलक लगाकर, कलावा पहनकर कहीं-कहीं तो मंदिरों में जाकर हिंदू लड़की को यह भरोसा दिलाता है कि वह राजू, रिंकू, राजन, राज हिन्दू देवी-देवताओं में अपार अस्था रखने वाला पक्का हिंदू है। भरोसा कायम कर सबसे पहले ये जिहादी सोच वाले मुस्लिम युवक उस लड़की के साथ निजी पलों के फोटोग्राफ और वीडियो कैद करते हैं, जिससे कि भविष्य में लड़की कभी भी उनके चंगुल से छूट कर न जा पाए। कई मामलों में उजागर भी हो चुका है कि बदनामी के डर से वह इस्लामिक कन्वर्जन का शिकार हो गईं। कलमा पढ़ने के लिए मजबूर थीं।
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