नई दिल्ली। फिल्म ’72 हूरें’ 7 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। लेकिन इससे पहले इसकी एक्सक्लूसिव स्पेशल स्क्रीनिंग दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में होगी। विवेकानंद विचार मंच के सौजन्य से फिल्म आज जेएनयू में शाम 4 बजे कन्वेंशन सेंटर के ऑडिटोरियम एक में दिखाई जाएगी।
कश्मीर फाइल्स, इसके बाद केरल स्टोरी और अब फिल्म ’72 हूरें’ की काफी चर्चा है। आतंकवाद पर आधारित फिल्म ‘72 हूरें’ के ट्रेलर को सेंसर बोर्ड ने पास करने से इनकार कर दिया था। फिल्म के सह-निर्माता अशोक पंडित ने सीबीएफसी के फैसले पर नाराजगी जताई है। फिल्म के मेकर्स ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ट्रेलर रिलीज कर दिया है। यह फिल्म 7 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
फिल्म के ट्रेलर में आतंकियों को हूरें का मतलब समझाया जा रहा है। फिल्म में आत्मघाती हमले में मारे गए दो आतंकियों की कहानी दिखाई गई है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि ट्रेनिंग के दौरान आतंकियों का ब्रेनवॉश करने के बाद वादा किया जाता है कि ‘तुम्हारे मरने के बाद 72 कुंवारी लड़कियां जन्नत में तुम्हारी सेवा में होंगी। ट्रेलर में ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ पर हुए बम धमाके का दिल दहला देने वाला सीन देखा जा सकता है। मेकर्स ने दावा किया है कि फिल्म सच्ची कहानी पर आधारित है।
फिल्म में पवन मल्होत्रा, आमिर बशीर, राशिद नाज़, अशोक पाठक मुख्य भूमिका में होंगे। फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संजय पूरन सिंह चौहान ने किया है।
फिल्म ’72 हूरें’ के ट्रेलर को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से किया था इनकार
कन्वर्जन, आतंकवाद और निर्दोष लोगों के ब्रेनवॉश की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ’72 हूरें’ के ट्रेलर को सेंसर बोर्ड ने पास करने से इनकार कर दिया है। फिल्म के सह-निर्माता अशोक पंडित ने भी सीबीएफसी के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा, ‘हमने एक शव के पैर दिखाए हैं, जिसे सीबीएफसी ने हटाने को कहा है। कुरान का संदर्भ हटाने को कहा गया है। पशु कल्याण के लिए कुछ चीजें हैं, लेकिन वे महत्वपूर्ण नहीं हैं। यह एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म है। आपने फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट जारी कर दिया है। वही सीन ट्रेलर में हैं तो आप ट्रेलर को कैसे रिजेक्ट कर सकते हैं? हम ट्रेलर को डिजिटली रिलीज करेंगे।’ पहले हम इसे पीवीआर में रिलीज करने वाले थे, लेकिन अब हम इसे अंधेरी के एक क्लब में रिलीज करने जा रहे हैं।’
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