महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो गया है। चाचा शरद पवार से बगावत करने के बाद एनसीपी नेता अजित पवार, शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। एनसीपी के 9 विधायकों ने शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है। बताया जा रहा है कि उनके साथ पार्टी के 18 विधायक हैं।
अजित पवार के इस फैसले ने महाराष्ट्र में सियासी भूकंप ला दिया है। 2024 से पहले विपक्षी एकता के लिए भी यह बड़ा झटका है। राजभवन में अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है। वहीं, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, अनिल पाटिल, हसन मुश्रिफ, बाबूराव अतराम, संजय बंसोडे ने मंत्री पद की शपथ ली हैं। अजित पवार के गुट का दावा है कि उनके पास 40 एनसीपी विधायकों का समर्थन है।
इस फैसले से पहले आज अजित पवार ने अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी, बैठक के बाद दोपहर करीब दो बजे राजभवन पहुंचे। वहां पहले से ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित थे। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से अजित पवार समेत एनसीपी विधायकों का एक बड़ा धड़ा शरद पवार के फैसलों से नाराज चल रहा था।
अजित पवार के शपथ लेने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान आया है। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री हैं। डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है। महाराष्ट्र के विकास के लिए अजित पवार और उनके नेताओं का स्वागत है। महाराष्ट्र को मजबूत करने में अजित पवार का अनुभव मदद करेगा।
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