पाकिस्तान के बलूचिस्तान से एक हैरान करने वाली खबर मिली है। यहां की चमन जेल से कई खूंखार समझे जाने वाले कैदी भाग खड़े हुए हैं। पुलिस उन्हें ढूंढ तो रही है लेकिन अभी तक कोई पकड़ा नहीं जा सका। ये अजीब सी घटना उस वक्त घटी जब कल जेल के पहरेदार ईद की नमाज पढ़ने जेल में आंगन में इकट्ठे बैठे थे।
पता चला है कि बलूचिस्तान की उस जेल के कैद 17 कैदी फरार हैं। जेलर के अनुसार, वे पहले से ही इसकी योजना बनाए हुए थे। हालांकि पुलिस के अनुसार सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने के लिए गोलियां भी चलाई जिसमें एक कैदी मारा भी गया, लेकिन बाकी सब भाग निकले। इस घटना पर पाकिस्तान के हालात का मजाक उड़ाने वाले कुछ लोगों ने कहा कि ‘ईद उनके लिए आजादी का पैगाम लेकर आई थी’।
बलूचिस्तान की चमन जेल ईरान से सटी सीमा पर है। इसलिए पुलिस को संदेह है कि यह भी हो सकता है कि कैदियों ने फरार होने के बाद सीमा लांघकर पड़ोसी ईरान के शहर में पनाह ले ली हो।
पूरा पाकिस्तान जब ईद उल-अजहा के जश्न में डूबा था, उसी वक्त बलूचिस्तान में हुई यह घटना पाकिस्तान में जेलों के प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रही है। घटनाक्रम के अनुसार, बलूचिस्तान की चमन जेल के सारे संतरी जेल के आंगन में इकट्ठे हुए थे। वे सब मिलकर नमाज पढ़ रहे थे, तभी संभवत: पूर्व योजनानुसार अनेक कैदी अपनी कोठरियों से निकल आए और गलियारों से भागने लगे। हड़कम्प सुनकर सुरक्षाकर्मी हरकत में आए, पुलिस ने गोलियां दागीं। इसमें एक कैदी ढेर हो गया। लेकिन करीब 17 कैदी अब भी फरार बताए जा रहे हैं।
बलूचिस्तान के जेल महानिरीक्षक मलिक शुजा का कहना है कि हिंसा और गोलीबारी में कई पुलिस गार्ड व अन्य कैदी जख्मी हुए हैं। उन्होंने बताया कि कैदी जेल कर्मियों की नमाज के दौरान भागने की पहले से योजना बना चुके थे। उसी अनुसार, उन्होंने अपने मंसूबों को अंजाम दिया। शुजा का कहना है कि कैदियों को ईद की नमाज के लिए उनकी बैरकों से निकाला जा रहा था तभी उन्होंने पुलिस कर्मियों पर हिंसक हमला बोल दिया। इससे ऐसी अफरातफरी मची कि उसका फायदा उठाकर 17 कैदी भाग खड़े हुए। शुजा के अनुसार, इन कैदियों को फरार कराने में बहुत हद तक बाहरी तत्वों का हाथ था।
अब पुलिस ने जेल तोड़कर भागे कैदियों की एक सूची तो बना ली है और खोज भी शुरू की है। लेकिन कितने पकड़ में आएंगे यह पुलिस भी नहीं बता सकती। चौंकाने वाली बात ये है कि भागे कई कैदी आतंकवादी हरकतें करने के आरोप में कैद थे। यहां बता दें कि बलूचिस्तान की चमन जेल ईरान से सटी सीमा पर है। इसलिए पुलिस को संदेह है कि यह भी हो सकता है कि कैदियों ने फरार होने के बाद सीमा लांघकर पड़ोसी ईरान के शहर में पनाह ले ली हो।
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