हमारे मस्तिष्क को अच्छे से काम करने के लिए कुछ पोषक तत्वों की विशेष जरूरत रहती है। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन बी के सभी पदार्थ, विटामिन ई, विटामिन के, लौह तत्व, जिंक, लाइकोपेन जैसे कुछ पोषक तत्व अहम हैं।
आप कितनी बार अपने किसी परिजन, दोस्त का फोन नंबर या नाम भूल जाते हैं, कोई सामान रखकर भूल जाते हैं। इसका कारण आपकी उम्र नहीं बल्कि आपका खान-पान हो सकता है। भोजन शरीर, मुख्यतया हमारे मस्तिष्क का ईंधन है। आपके आहार का सीधा असर आपके विचारों, स्मरणशक्ति, ध्यान, बुद्धिमत्ता और मस्तिष्क के स्वास्थ पर पड़ता है।
हम जितनी ऊर्जा का सेवन करते हैं, उसका 30 प्रतिशत अंश मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के काम में आता है। चूंकि हमारा मस्तिष्क 24 घंटे काम करता रहता है, इसलिए उसे नियमित ऊर्जा की जरूरत होती है। इसमें हमारा नाश्ता बहुत अहम भूमिका निभाता है।
काम की भाग- दौड़ में जहां हमें एक मिनट की भी फुरसत नहीं होती, वहां हम आसानी से अपने भोजन को छोड़ देते हैं या समय पर नहीं करते। इसका सीधा असर मस्तिष्क पर पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप थकावट या स्मरणशक्ति का कमजोर होना सामान्य है। इसलिए दिन में पांच से छह बार थोड़ा-थोड़ा खाया जा सकता है।
समान्यत: हमें उठने के आधे घंटे के अंदर कुछ न कुछ खा लेना चाहिए। परंतु ये पदार्थ कैलोरी से भरपूर नहीं, बल्कि खनिज तथा विटामिन से भरपूर होना चाहिए। इसके लिए हमें सुबह उठकर मेवे या एक मौसमी फल का सेवन जरूर करना चाहिए। नाश्ते में प्रोटीन से भरपूर पदार्थ लेने चाहिए। इसमें दलिया, जई, जौ, रागी, दूध, पनीर, छैना, अंकुरित अनाज के साथ-साथ फल भी ले सकते हैं।
काम की भाग- दौड़ में जहां हमें एक मिनट की भी फुरसत नहीं होती, वहां हम आसानी से अपने भोजन को छोड़ देते हैं या समय पर नहीं करते। इसका सीधा असर मस्तिष्क पर पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप थकावट या स्मरणशक्ति का कमजोर होना सामान्य है। इसलिए दिन में पांच से छह बार थोड़ा-थोड़ा खाया जा सकता है। परंतु ध्यान रहे कि ज्यादा न खायें, इससे हम सुस्ती तथा दिमागी थकावट से बच सकते हैं। दो आहार के बीच फलों, सूखे मेवों, बीजों का सेवन करें।
हमारे मस्तिष्क को अच्छे से काम करने के लिए कुछ पोषक तत्वों की विशेष जरूरत रहती है। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन बी के सभी पदार्थ, विटामिन ई, विटामिन के, लौह तत्व, जिंक, लाइकोपेन जैसे कुछ पोषक तत्व अहम हैं।
ओमेगा-3 के अच्छे सेवन से हमारी सोच तथा कार्य करने की क्षमता बढ़ती है, स्मरणशक्ति अच्छी रहती है। यदि आपको एडीएचडी, अल्जाइमर या भूलने कि समस्या है तो ओमेगा-3 का सेवन लाभदायी होगा। इसके लिए आप अपने आहार में अलसी के बीज, सब्जा के बीज, अखरोट, दूध तथा मछली अवश्य रखें।
मस्तिष्क के स्वास्थ्य और स्मरणशक्ति को बढ़ाने के लिए हमें टेनिन तथा कैफीन का उपभोग भी कम करना चाहिए। चाय, कॉफी, कोल्डड्रिंक में उपस्थित टेनिन भोजन में उपस्थित अन्य पोषक तत्वों का शरीर मे अवशोषण नहीं होने देता है। नतीजतन, हमारा मस्तिष्क सभी पोषक तत्व ना मिलने से अच्छे से काम नहीं कर पाता और कम स्मरणशक्ति, भ्रम, दिमागी कमजोरी, थकावट जैसी समस्या होती हैै।
विटामिन बी (विटामिन बी1, बी2, बी6, बी12, फॉलिक एसिड) का सेवन कम करने से मस्तिष्क को कम ऊर्जा मिलती है। इससे भ्रम की स्थिति, कम स्मरणशक्ति तथा अनिर्णय जैसी दिक्कतें होती हैं। इसके लिए खाने में हरे पत्ते वाली सब्जियों, मौसमी फलों, अंकुरित पदार्थ तथा मोटे अनाज को शामिल करना चाहिए। यदि आप छोटी-छोटी चीजें भूलने लगे हैं तो शायद आपके भोजन में विटामिन के की मात्रा कम हो रही हे। इसके लिए आप अपने भोजन में गहरे हरे रंग की सब्जियों, सोयाबीन, रागी, कढ़ी पत्ता तथा तुलसी जैसे कई पदार्थों को शामिल कर सकते हैं।
विटामिन ई तथा लाइकोपेन अच्छे एंटीआक्सीडेंट हैं जो मस्तिष्क को स्वस्थ रखने, स्मरणशक्ति बढ़ाने के साथ-साथ भ्रम व अल्जाइमर्स जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं। इसके लिए बादाम, सूखे बीज, लाल रंग के फल व सब्जियां जैसे गाजर, टमाटर, तरबूज, बेल पत्थर का सेवन जरूर करना चाहिए।
मस्तिष्क के स्वास्थ्य और स्मरणशक्ति को बढ़ाने के लिए हमें टेनिन तथा कैफीन का उपभोग भी कम करना चाहिए। चाय, कॉफी, कोल्डड्रिंक में उपस्थित टेनिन भोजन में उपस्थित अन्य पोषक तत्वों का शरीर मे अवशोषण नहीं होने देता है। नतीजतन, हमारा मस्तिष्क सभी पोषक तत्व ना मिलने से अच्छे से काम नहीं कर पाता और कम स्मरणशक्ति, भ्रम, दिमागी कमजोरी, थकावट जैसी समस्या होती हैै।
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