गुवाहाटी। असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार होता नजर आ रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बाढ़ प्रभावित 22 जिलों की संख्या घटकर आज 15 हो गयी है। बाढ़ से 4 लाख 7 हजार 771 से अधिक नागरिक प्रभावित हुए हैं। राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी तेजपुर और निमातीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई नदियों के तटबंध टूट गए और सड़कों को भी नुकसान हुआ है। प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से आज बाढ़ प्रभावित जिलों के आंकड़े जारी किए गये हैं। बाढ़ से 15 ग्रामीण और एक शहरी इलाका प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित ग्रामीण जिलों में बजाली, बाक्सा, बरपेटा, चिरांग, दरंग, धुबड़ी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप (ग्रामीण), लखीमपुर, नगांव, नलबाड़ी और तामुलपुर शामिल हैं। वहीं दरंग जिले का शहरी क्षेत्र में भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। बाढ़ से 42 राजस्व सर्किल अंतर्गत 1,118 गांवों के 4 लाख 07 हजार 771 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से कुल 8469.56 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है।
बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 101 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं जबकि 119 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। राहत शिविरों में कुल 81,353 लोग आश्रय लिये हुए हैं। बाढ़ से आज तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी। बाढ़ से राज्य के कुल 410055 पशु धन प्रभावित हुए हैं। इनमें बड़े पशुओं की कुल संख्या 201880 और छोटे पशुओं की 144890 है जबकि 63285 कुक्कुट भी प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी में कुल 964 कुक्कुट बह गए हैं। आज बाक्सा जिले में तीन कच्चा घर पूरी तरह से तबाह हो गया। आंशिक रूप से 290 कच्चा घर तबाह हो गये। जिसमें बाक्सा ने 183, कामरूप (ग्रामीण) में 79 और तामुलपुर में 28 घर तबाह हुए हैं जबकि आंशिक रूप से तामुलपुर जिले में 2 पक्के घरों को भी क्षति पहुंची है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान के लिए एसडीआरएफ के साथ जिला एवं पुलिस एवं नागरिक प्रशासन की टीमें तथा मेडिकल टीमें भी तैनात की गयी हैं। आज बाढ़ प्रभावित इलाकों से 14 नागरिकों तथा 1 पशु को नावों के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत एवं बचाव कार्यों में 5 नावों को तैनात किया गया है जबकि 18 मेडिकल टीमें अपनी सेवाएं बाढ़ प्रभावित इलाकों में दे रही हैं।
बाढ़ प्रभावितों के बीच खाद्य सामग्रियों का वितरण किया गया। इनमें 1475.53 क्विंटल चावल, 247.49 क्विंटल दाल, 165.59 क्विंटल नमक, 1535.75 लीटर सरसों का तेल, पशुओं के लिए गेहूं का चोकर 5717.28 क्विंटल और चावल की भूसी 462.73 क्विंटल शामिल हैं। राज्य सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी तरह के आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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