पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निशाना साधा है। भाजपा नेता व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक स्वार्थ का गठबंधन है। विपक्षी दल निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए एकत्र हुए थे । यह स्वार्थ का गठबंधन देश को आर्थिक विकास से वंचित करना चाहता है।
ईरानी ने कहा कि जो लोग कभी एक दूसरे के आमने-सामने आने से परहेज करते थे वो आज साथ दिख रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वार्थ शायद इतना भी बड़ा नहीं है कि वह (ममता बंद्योपाध्याय) न भूली हों कि कैसे उनके बाल से उनको घसीट कर, कम्युनिस्ट पार्टी ने उनका अपमान किया था। अगर थोड़ा भी स्वाभिमान बचा है, तो वह कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता नहीं करेंगी और अगर समझौता किया तो उनका राजनीतिक स्वार्थ उनके निजी स्वाभिमान से बड़ा है।
ईरानी ने कहा कि ये राजनीतिक दल जब भी एक साथ आए, भ्रष्टाचार लाए, परिवारवाद लाए और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को संकुचित करने का आरोप अपने संग लेकर आए। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नहीं सोचा होगा कि जिस कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने ममता बंद्योपाध्याय के बाल खींचकर सड़क पर उन्हें अपमानित किया था उसी कम्युनिस्ट पार्टी के संरक्षण में ममता बंद्योपाध्याय जाएंगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कभी कल्पना नहीं की होगी कि जिस ममता बंद्योपाध्याय के हाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खून से सने हैं, वही हाथ एक दिन राहुल गांधी के सर पर दिखाई देंगे।
ईरानी ने कहा कि ये कल्पना तो कभी तमिलनाडु की जनता ने भी नहीं की होगी कि जिस डीएमके पार्टी पर 1990 के दशक में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने स्व. राजीव गांधी की हत्या में सहयोग देने का आरोप लगाया, एक दिन उसी डीएमके साथ गांधी खानदान के रिश्ते और मधुर होंगे।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के पटना आवास पर आज विपक्षी दलों की एक बैठक हुई। इस बैठक में लगभग 16 दलों के नेता शामिल हुए। इस बैठक में लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सभी दल बातचीत के लिए एकत्र हुए थे। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, टीआर बालू, एमके स्टालिन, हेमंत सोरेन, लालू यादव, ममता बनर्जी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान सहित अन्य विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया। कहा जा रहा है कि इस मुद्दे पर अगली बैठक जुलाई में शिमला में आयोजित की जाएगी।
(सौजन्य सिंडीकेट फीड)
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