लखनऊ। यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया गया है। छात्र-छात्राएं अब स्कूली पाठ्यक्रम में वीर सावरकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय समेत 50 महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को देश की आजादी में अपने प्राण न्योछावर करने वाले महापुरुषों, क्रांतिकारियों और समाजसुधारकों से रूबरू कराने के लिए उनकी जीवन गाथा को पाठ्यक्रम में शामिल करने के निर्देश दिए थे, ताकि बच्चे देश के स्वातंत्र्य वीरों की शौर्यगाथा से परिचित हो सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद से ही इन महापुरुषों के नामों को लेकर यूपी बोर्ड में लंबे समय से मंथन चल रहा था। इसको लेकर कुछ समय पहले यूपी बोर्ड के विषय विशेषज्ञों की ओर से महापुरुषों के नाम की सूची शासन को भेजी गई थी। इस पर शासन की मुहर लगने के बाद यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में विनायक दामोदर सावरकर समेत 50 महापुरुषों की जीवन गाथा शामिल करने का निर्णय लिया गया है।
यूपी बोर्ड ने नैतिक शिक्षा, योग, खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय में भी इन महापुरुषों की जीवन गाथा को शामिल किया है। इन महापुरुषों की जीवन गाथा जुलाई से स्कूलों में शुरू होने वाले पाठ्यक्रम में शामिल होगी। यह विषय सभी विद्यालयों के लिए अनिवार्य किया गया है। छात्र-छात्राओं को इस विषय में पास होना अनिवार्य है। ऐसे में एक करोड़ से ज्यादा छात्र-छात्राएं महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ेंगे। हालांकि इसके अंक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंकपत्र में शामिल नहीं होंगे।
यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर पाठ्यक्रम में इन महापुरुषों के नाम शामिल करते हुए उसे जारी कर दिया गया है। यूपी बोर्ड के 27 हजार से ज्यादा राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों में कक्षा 09 से 12 तक के एक करोड़ से ज्यादा छात्र-छात्राएं इन महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ेंगे। कक्षा नौ के छात्र चंद्रशेखर आजाद, बिरसा मुंडा, बेगम हजरत महल, वीर कुंवर सिंह, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, गौतम बुद्ध, ज्योतिबा फुले, छत्रपति शिवाजी महाराज, विनायक दामोदर सावरकर, विनोबा भावे, श्रीनिवास रामानुजन और जगदीश चंद्र बोस की जीवन गाथा पढ़ेंगे। कक्षा 10 के छात्र मंगल पांडेय, रोशन सिंह, सुखदेव, लोकमान्य तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले, महात्मा गांधी, खुदीराम बोस और स्वामी विवेकानंद की जीवन गाथा पढ़ेंगे।
कक्षा 11 के छात्र राम प्रसाद बिस्मिल, भगत सिंह, डॉ. भीमराव आंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, महावीर जैन, पंडित मदन मोहन मालवीय, अरविंद घोष, राजा राममोहन राय, सरोजिनी नायडू, नाना साहब, महर्षि पतंजलि, शल्य चिकित्सक सुश्रुत और डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा की जीवन गाथा पढ़ेंगे, जबकि 12वीं के छात्र रामकृष्ण परमहंस, गणेश शंकर विद्यार्थी, राजगुरु रवींद्रनाथ टैगोर, लाल बहादुर शास्त्री, रानी लक्ष्मीबाई, महाराणा प्रताप, बंकिम चंद्र चटर्जी, आदि शंकराचार्य, गुरु नानक देव, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम, रामानुजाचार्य, पाणिनी, आर्यभट्ट और सीवी रमन की जीवन गाथा पढ़ेंगे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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