राजस्थान के बीकानेर में एक वंचित समुदाय की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए हैं, जिनपर दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगा है। हालांकि प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिसकी वजह से नाराज परिजन गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं।
दरअसल, ये पूरा मामला खाजूवाला कस्बे का है, जहां मंगलवार दोपहर एक लड़की का शव मिला था। जिसके बाद इस मामले में लड़की के पिता ने खाजूवाला थाने के कॉन्स्टेबल मनोज और भागीरथ समेत एक और युवक के खिल दुष्कर्म और हत्या का केस दर्ज करवाया था। इस मामले में परिजनों ने कुछ और युवकों पर भी संदेह जताया है, पुलिस जिनकी तलाश में जुटी है।
घर से कोचिंग के लिए निकली थी लड़की
बतादें, लड़की प्रतिदिन सुबह कोचिंग जाती थी। मंगलवार को भी वो अपने घर से कोचिंग के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में ही उसके साथ यह भयावह घटना हो गई। वहीं मामले की जानकारी मिलने पर एसपी तेजस्वनी गौतम और दूसरे पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। इनके साथ-साथ एफएसएल टीम को भी सूचना देकर बुलाया गया था। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे पुलिसवालों के खिलाफ परिवार में नाराजगी है। वहीं, नाराज परिवार धरने पर बैठा है, जिनके साथ अब बीजेपी नेता भी धरने में शामिल हो गए हैं। धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।
2 कांस्टेबल समेत एक अन्य युवक पर आरोप
लड़की के पिता ने कहा कि उसकी बेटी एक कम्प्यूटर सेंटर पर कोचिंग के लिए जाती थी। मंगलवार को भी वो कोचिंग सेंटर के लिए ही घर से निकली थी, लेकिन उस दिन वो वापस घर नहीं लौटी। सिर्फ एक फोन कॉल आया जिसमें बताया गया, कि उनकी बेटी घायल हालत में खाजूवाला अस्पताल में है, परिवार जब अस्पताल पहुंचा तो उन्हें उनकी बेटी की मौत की खबर सुनाई गई। लड़की के पिता ने दो कांस्टेबल पर आरोप लगाया है, इसी के साथ उन्होंने आरोपी कांस्टेबल के एक अन्य साथी जिसका नाम दिनेश है, उसपर लड़की का रोज पीछा करने का भी आरोप लगाया है।
परिजनों ने की मुआवजा और नौकरी की मांग
पीड़ित परिजनों ने एक करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग के साथ परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी बात कही है। वहीं उन्होंने खाजूवाला के पूरे थाने को लाइन हाजिर करने की मांग भी की है। इतना ही नहीं उन्होंने इस पूरे मामले में एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) से जांच करवाने की मांग भी की है।
वहीं पुलिस ने आरोपी दिनेश बिश्नोई, मनोज और भागीरथ पर सामुहिक दुष्कर्म और हत्या के साथ ही एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद कुछ और धाराओं को भी आगे जोड़ा जा सकता है। फिलहाल, IPC की धार 376डी और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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