नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अमेरिका की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली से रवाना हो गए। वह वापसी में मिस्र की दो दिवसीय यात्रा करेंगे। अमेरिका रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने एक संदेश में कहा कि हम भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे वाणिज्य व्यापार नवाचार तकनीक और अन्य क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि वह न्यूयॉर्क सिटी और वाशिंगटन डीसी में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग दिवस उत्सव में हिस्सा लेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति से चर्चा करेंगे। साथ ही अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका में प्रवास के दौरान उन्हें बिजनेस लीडर्स भारतीय समुदाय के साथ चर्चा का अवसर मिलेगा।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बुधवार से होने वाली अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा रक्षा सहयोग, वाणिज्य और निवेश के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस दौरान रक्षा उद्योग सहयोग का खाका तैयार हो सकता है। भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर व्यापक और गहन चर्चा होगी। भारत और अमेरिका के बीच तकनीकी साझेदारी बहुत समृद्ध है और हम कम्पयूटर चिप्स और अन्य महत्वपूर्ण तकनीकों पर पर्याप्त प्रगति करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 से 25 जून तक अमेरिका और मिस्र की यात्रा पर रहेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला डॉ. जिल बिडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा पर हैं। यह यात्रा न्यूयॉर्क में शुरू होगी, जहां प्रधानमंत्री 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री वाशिंगटन डीसी की यात्रा करेंगे, जहां 22 जून को व्हाइट हाउस में उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा और वे उच्चस्तरीय संवाद जारी रखने के क्रम में राष्ट्रपति बिडेन से मुलाकात करेंगे। जो बिडेन और डॉ. जिल बिडेन उसी शाम प्रधानमंत्री के सम्मान में राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।
प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैकार्थी और सीनेट के अध्यक्ष चार्ल्स शूमर सहित कांग्रेस के नेताओं के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। अगले दिन 23 जून को प्रधानमंत्री के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन संयुक्त रूप से दोपहर के भोजन की मेजबानी करेंगे। आधिकारिक व्यस्तताओं के अलावा प्रधानमंत्री का प्रमुख सीईओ, पेशेवरों और अन्य हितधारकों के साथ मिलने का कार्यक्रम है। वह प्रवासी भारतीयों से भी मिलेंगे।
प्रधानमंत्री न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी दोनों में अमेरिका में रहने के दौरान कई प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत करेंगे। इसमें प्रमुख सीईओ भी शामिल होंगे। अमेरिका में भारतीय समुदाय या भारतीय डायस्पोरा वास्तव में संबंधों के सबसे मजबूत कड़ी में से एक हैं।
24-25 जून को मिस्र की यात्रा पर रहेंगे
प्रधानमंत्री बाद में 24-25 जून तक मिस्र की यात्रा पर रहेंगे। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री को काहिरा आने का निमंत्रण दिया था। यह प्रधानमंत्री की मिस्र की पहली यात्रा होगी। राष्ट्रपति सिसी के साथ अपनी बातचीत के अलावा प्रधानमंत्री के मिस्र सरकार के वरिष्ठ गण्यमान्य व्यक्तियों, मिस्र की कुछ प्रमुख हस्तियों के साथ-साथ वहां रह रहे भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि जनवरी 2023 में राष्ट्रपति सिसी गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि रहे। उनकी राजकीय यात्रा के दौरान, संबंधों को ”रणनीतिक साझेदारी” तक बढ़ाने पर सहमति बनी थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को भारत की जरूरतः साबा कोरोसी
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा कि आज का भारत बेहद मजबूत है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत जैसे मजबूत और बेहतर प्रतिनिधि की जरूरत है। सुरक्षा परिषद दशकों पहले हमें विरासत में मिली। तब भारत सशक्त देशों में शामिल नहीं था। भविष्य निश्चित रूप से अतीत से बहुत अलग होगा है। आज का भारत बिलकुल अलग है। वह शक्तिशाली है। अपूर्व क्षमता से भरा हुआ है। सदस्य देशों की धारणा है कि परिषद को एक बेहतर प्रतिनिधि की आवश्यकता है। मेरी राय में भारत से बेहतर कोई दूसरा नहीं हो सकता। भारत विश्व कल्याण में अपना योगदान दे सकता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस पर शामिल होने पर कोरोसी ने कहा कि वह कुछ महीने पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे। वह दूरदृष्टि और रणनीतिक सोच रखने वाले नेता हैं। वह उनसे मिलकर बेहद प्रभावित हुए। दुनिया के बेहद सम्मानित नेताओं में से एक नरेन्द्र मोदी का संयुक्त राष्ट्र में स्वागत है।
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