हरिद्वार। चार जुलाई से हरिद्वार से पश्चिम उत्तरप्रदेश की सड़कों पर कांवड़ियों का रेला आने वाला है। शिवरात्रि की कांवड़ लेने आ रहे शिव भक्तों को पुलिस-प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है। सात राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के पुलिस अधिकारियों और आईबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने कांवड़ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए ये तय किया है कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची या चौड़ी नहीं बनाई जाएगी। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से हर कांवड़िए को अपना पहचान पत्र गले में लटकाना ही होगा। शिवभक्तों के बीच नशा करने वाले न घुस जाएं, इस पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के केंद्र मेरठ में भी कांवड़ की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। चार जुलाई से दिल्ली-देहरादून हाईवे पर रूट डायवर्ट कर दिया जाएगा। 15 जुलाई को शिवरात्रि है। पिछले साल कांवड़ यात्रा के दौरान करीब साढ़े तीन करोड़ शिव भक्त हरिद्वार गंगा जल लेने आए थे। हर साल इनकी संख्या में वृद्धि को देखते हुए इस साल भी लगभग चार करोड़ से अधिक भोले भक्तों के आने की संभावना है।
पश्चिम यूपी में कांवड़ मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। यात्रा मार्ग पर करीब 1500 सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से काम करेंगे। खास दिनों में सीओ, एसपी, एसएसपी भी यात्रा रूट पर तैनात रहेंगे।
हरिद्वार में ही 6 हजार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इसके अलावा हर चौराहे पर सीसीटीवी लगाए गए हैं, जिन्हें हरकी पैड़ी कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह के मुताबिक कांवड़ यात्रा सीजन हर साल की चुनौती है। हमारी कोशिश रहेगी कि चारधाम यात्रा सीजन पर इस कांवड़ यात्रा का कोई असर नहीं पड़े।
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