देश-दुनिया के इतिहास में 18 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के रूप में भी जानी जाती है। आजादी की लड़ाई की नायिका झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई आज ही के दिन 18 जून 1858 को अंग्रेजों से मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुई थीं। अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के याद से तब से हर साल 18 जून को बलिदान दिवस मनाया जाता है। भारत के गौरवशाली इतिहास में जब-जब वीरांगनाओं का जिक्र किया जाएगा, तब वीरांगना लक्ष्मीबाई का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता रहेगा। महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता और पराक्रम हमेशा लोगों को प्रेरणा देते रहेंगे।
महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1576: अकबर और महाराणा प्रताप के बीच हल्दीघाटी का युद्ध शुरू।
1758 : फ्रेंच जनरल बुस्सी ने निजाम सलाबत जंग से जाने की इजाजत ली।
1812: अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जेम्स मेडिसन ने ब्रिटेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1815: वाटरलू के युद्ध में नेपोलियन बोनापार्ट को हार का सामना करना पड़ा।
1941: तुर्की ने नाजी जर्मनी के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।
1956: हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम पारित।
1972: ब्रिटिश यूरोपियन विमान-548 दुर्घटनाग्रस्त। विमान में सवार 118 लोगों की मौत।
1979: अमेरिका और सोवियत संघ के बीच हथियार नियंत्रण समझौता।
1987 : एम एस स्वामीनाथन को पहला वर्ल्ड फूड प्राइज मिला।
1997: कंबोडिया के खमेर रूज का नेता और 20 लाख से अधिक लोगों का हत्यारा माओवादी पोलपोट का आत्मसमर्पण।
2001 : तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के खिलाफ लादेन का फतवा रद्द किया।
2008: भारत सरकार ने गुर्जरों को ओबीसी कोटे में पांच प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की।
2009: नासा ने चांद पर पानी की तलाश में विशेष यान भेजा।
टिप्पणियाँ