अहमदाबाद उच्च न्यायालय में धोखाधड़ी के मामले की सुनवाई चल रही थी, इस दौरान अचानक चार लोगों ने फिनाइल पीकर सुसाइड करने की कोशिश की। चारों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है, फिलहाल डॉक्टरों ने उनकी हालत खतरे से बाहर बताई है।
सोला थाने के पीआई जिग्नेश अग्रवाल ने कहा कि खुदकुशी की कोशिश करने वाले चारों पीड़ित फरियादी हैं। जिनका नाम शैलेशभाई ईश्वरभाई पांचाल, जयश्रीबेन शैलेशभाई पांचाल, हार्दिकभाई अमरभाई पटेल, मनोजभाई नथुभाई वैष्णव हैं, उन्होंने बताया कि कोर्ट में आरोपियों की अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई चल रही थी। इस दौरान जैसे ही अदालत ने याचिका मंजूर करने का फैसला सुनाया वैसे ही इन पीड़ित चारों लोगों ने फिनाइल पी लिया। जिसके बाद पूरे कोर्ट रूम में अफरा तफरी मच गई। आनन-फानन में पुलिस ने चारों को अस्पताल पहुंचाया।
पीआई जिग्नेश अग्रवाल ने आगे कहा कि खुदकुशी की कोशिश करने वाले चारों लोगों ने तकरीबन छह माह पहले अहमदाबाद के प्राइवेट बैंक से लाखों रुपयों का कर्ज लिया था। कर्ज लेने की कागजी कार्रवाई पूरी हो गई थी, और कर्ज का रुपया उन्हें मिलने वाला ही था, जिसका वो इंतजार कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, बैंक के जनरल मैनेजर और उसके दो अन्य बैंक कर्मी साथियों ने मिलकर उस कर्ज की पूरी रकम हड़प ली।
वहीं इस पूरे मामले में पीड़ित पक्ष को उस वक्त जानकारी हुई, जब उनके पास बैंक से कॉल आने लगी, और बैंक कर्ज की किश्तों को लेकर लगातार उन्हें परेशान कर रहा था। जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने आनंदनगर थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायक दर्ज करवाई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 406, 420, 465, 467 के तहत केस दर्ज किया था। जिसके बाद आरोपियों ने अदालत में अग्रिम जमानत को लेकर याचिका दाखिल की थी, जिस पर कोर्ट सुनवाई कर रहा था, कोर्ट से इन लोगों को जमानत मिलने से हताश होकर पीड़ितों ये कदम उठाया, औऱ आत्महत्या करने की कोशिश की।
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