हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के सलूणी उपमण्डल में हुए मनोहर लाल हत्याकांड को लेकर राज्य की सियासत गरमा गई है। शुक्रवार को मृतक मनोहर के परिजनों से मिलने जा रहे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर औऱ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिन्दल को जिला पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से गुस्साए ठाकुर और बिन्दल सहित भाजपा के तमाम कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा नेता बिंदल कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मृतक मनोहर के परिजनों से मिलने के लिए उसके आवास की ओर जा रहे थे। पुलिस ने भाजपा नेताओं को चमेरा बांध पर रोक दिया है। इसके बाद ठाकुर और बिन्दल सहित भाजपा के तमाम कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। ठाकुर इस मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए एनआईए जांच की मांग कर चुके हैं। हत्याकांड को लेकर जिला मुख्यालय पर आज भी विभिन्न संगठन धरना प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं।
हत्यारों को मिले मृत्यु दंड
मृतक मनोहर की मां ने मीडिया से अनौपचारिक वार्ता में बताया कि उनके बेटे के हत्यारों को मृत्यु दंड से कम की सजा नहीं मिलनी चाहिए। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन ने गुरुवार से इलाके में धारा 144 लगा दी है।
शनिवार को भाजपा का प्रदेश व्यापी धरना-प्रदर्शन
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधानसभा के अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने डलहौजी में एक सभा में कहा कि जो घटना चंबा में हुआ है, उससे हमारे दिल को ठेस पहुंची है। हम सब केवल मनोहर को न्याय दिलाने के लिए एकत्र हो रहे हैं। इसके विरोध में भाजपा शनिवार को राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन करेगी। डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि हमने प्रशासन से बहुत गुहार लगाई और तकरीबन चार बार उनसे मिले। एक घंटे इंतजार किया और श्रीराम जय जय राम का पाठ भी किया, लेकिन हमें पीड़ित परिवार के पास जाने की अनुमति प्रशासन ने नहीं दी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि हमने प्रशासन को कहा कि अगर मुख्यमंत्री सुक्खू इस परिवार से मिलते तो हमें लगता कि प्रदेश का कोई बड़ा व्यक्ति गया है, पर प्रशासन ने हमें जाने नहीं दिया। इसलिए भाजपा ने तय किया है कि हम 17 जून शनिवार को प्रदेश के सभी 12 जिला मुख्यालयों पर धरना- प्रदर्शन करेंगे और डिप्टी कमिश्नर के माध्यम से राज्यपाल को इस जघन्य हत्याकांड को लेकर एक ज्ञापन भी भेजेंगे।
राज्यपाल ने जताया दुःख, कहा- दोषी पर हो सख्त कार्रवाई
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शासन और प्रशासन को दोषी पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। राज्यपाल ने शुक्रवार को एक वक्तव्य में कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांतप्रिय राज्य है और इस तरह की घटना निंदनीय है। उन्होंने आम लोगों से भी आग्रह किया है कि वे कानून एवं व्यवस्था को अपने हाथ में न लें। उन्होंने लोगों से सौहार्दपूर्ण माहौल को बनाए रखने की अपील की। राज्यपाल ने हत्याकांड के पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
हुसैन, फरीदा और शब्बीर समेत 5 आरोपी गिरफ्तार
एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी ने हत्या की प्रारम्भिक वजह का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक का आरोपी परिवार की लड़की से प्रेम संबंध थे। इस पर आरोपी के परिवार को एतराज था। आरोपी परिवार ने युवक को घर बुलाकर मौत के घाट उतार दिया है। उन्होंने बताया कि हत्याकांड में संलिप्त परिवार के हुसैन, उसकी पत्नी फरीदा और शब्बीर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट से आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की जाएगी। भाजपा की इस घटना के तार आतंकवादियों से जोड़ने के सवाल पर एडीजीपी का कहना है कि यह जांच का विषय है। आरोपियों के पिछले आपराधिक रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है।
7-8 टुकड़े में मिला था शव
दरअसल, सलूणी उपमंडल के आती भांदल पंचायत निवासी मनोहर लाल बीते 6 जून से लापता था। 9 जून को उसकी लाश नाले में पड़ी एक बोरी से बरामद हुई। शव के 7-8 टुकड़े किये गए थे। पुलिस ने हत्याकांड में संलिप्त परिवार के पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह सभी लोग समुदाय विशेष के हैं। इस घटना के बाद हिन्दू संगठन उग्र हो गए हैं। गुस्साई भीड़ ने गुरुवार को आरोपियों के दो मकान को आग के हवाले कर दिया था। मनोहर अपने परिवार का इकलौता पुत्र था। लोग पीड़ित परिवार के लिए न्याय और आरोपियों को फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे हैं।
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