अमेरिका के एक सांसद ने खुलकर कहा है कि रूस—यूक्रेन युद्ध का हल कोई कर सकता है तो वह भारत है, यह चीन के बस की बात नहीं है। यहां ध्यान रहे कि कुछ समय पहले चीन ने रूस—यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए पहल करने की बात कहकर दुनिया के सामने खुद को ‘शांतिदूत’ जेसा दिखाने की कोशिश की थी। लेकिन अब इस वरिष्ठ अमेरिकी सांसद ने चीन को इस काम के लिए असमर्थ बताते हुए इस संदर्भ में भारत के महत्व को रेखांकित किया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं।
अमेरिका के ये वरिष्ठ सांसद है कि भारतीय मूल के एमी बेरा। उन्होंने कल कहा कि चीन नहीं, भारत के पास इस युद्ध को खत्म करने की सामर्थ्य है। ऐसा मानने की वजह बताते हुए एमी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध बहुत पुराने हैं। इसे देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री ही पुतिन से इस संबंध में बात कर सकते हैं और इस युद्ध को खत्म करने के रास्ते तलाश सकते हैं। हालांकि एमी ने यह स्पष्ट कर दिया कि मोदी के अमेरिका दौरे में उनकी राष्ट्रपति जो बाइडन की इस मुद्दे पर कोई बात होगी या नहीं।
एमी एक बहुत अनुभवी और सम्मानित सांसद हैं। उनका कहना है कि इस बारे में पहल चीन की तरफ से नहीं, भारत की तरफ से होनी चाहिए, क्योंकि भारत ही यूक्रेन को लेकर खड़े हुए संकट को दूर करने में महत्वपूर्ण किरदार अदा कर सकता है। रूस के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों की वजह से वह रूस के साथ सभी बिन्दुओं पर खुलकर बात करते हुए कोई समाधान निकाल सकता है।
एमी एक बहुत अनुभवी और सम्मानित सांसद हैं। उनका कहना है कि इस बारे में पहल चीन की तरफ से नहीं, भारत की तरफ से होनी चाहिए, क्योंकि भारत ही यूक्रेन को लेकर खड़े हुए संकट को दूर करने में महत्वपूर्ण किरदार अदा कर सकता है। रूस के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों की वजह से वह रूस के साथ सभी बिन्दुओं पर खुलकर बात करते हुए कोई समाधान निकाल सकता है। जिस तरह से भारतीय प्रधानमंत्री मोदी इस संबंध में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करने की सामर्थ्य रखते हैं, वैसी सामर्थ्य अमेरिका में नहीं है।
उन्होंने कहा कि हालांकि चीन के राष्ट्रपति इस कोशिश में हैं कि युद्धरत दोनों देशों के बीच किसी तरह संघर्षविराम करा दें लेकिन यह उनके बस की बात नहीं है। यह बस की बात है तो सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के।
मोदी अगले सप्ताह ही वाशिंग्टन की चार दिवसीय यात्रा पर होंगे। भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने बताया कि अगले हफ्ते पीएम मोदी और जो बाइडन की विस्तृत बातचीत होगी जिसमें दोनों देशो के बीच महत्वपूर्ण समझौतों और साझेदारी पर चर्चा होनी संभव है। एमी ने कयास लगाया है कि दोनों शीर्ष नेताओं के बीच व्यापार, आपूर्ति चेन के संबंध में बात हो सकती है। फार्मास्यूटिकल और तकनीक के क्षेत्रों पर भी व्यापक चर्चा् होने के आसार हैं। इसके अलावा, भू-राजनीतिक बदलावों और सुरक्षा, सागरीय प्रतिरक्षा तथा रक्षा में व्यापक सहयोग भी वार्ता में प्रमुख बिन्दु होंगे। सांसद एमी का कहना है कि भारत तथा अमेरिका की बीच जो साझेदारी है, वह 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारियों में से एक है।
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