उत्तरकाशी : पुरौला में आज होने वाली हिंदू महा पंचायत हाईकोर्ट और स्थानीय प्रशासन की सख्ती की वजह से नही हुई, हालांकि स्थानीय लोगो का दावा है कि उन्होंने महापंचायत रद्द नहीं की बल्कि स्थगित की है, आज उत्तरकाशी जिले के हर कस्बे को लव जिहाद के विरोध में बाजार बंद रखकर स्थानीय लोगो ने अपना विरोध दर्ज कराया।
उत्तरकाशी जिले की यमुना घाटी की तरफ जाने वाली हर सड़क को आज पुलिस ने सील किया हुआ था। कालसी की तरफ रुद्रसेना के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने आगे नहीं बढ़ने दिया और संयोजक राकेश उत्तराखंडी को हिरासत में ले लिया।
बड़कोट में पुरोला में लव जिहाद के मामले के बाद हिन्दु संगठनों का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है। महापंचायत के ऐलान के बाद तनाव ज्याद बढ़ गया है। जिसको देखते हुए प्रषासन ने धारा 144 लागू कर दी । उसके बाबजूद बड़कोट नौगांव से यमुनाघाटी हिन्दु जागृति संगठन के बैनर तले भारी संख्या में हिन्दू कार्यकर्ता पुरोला को कूचकर गए, जिन्हे पुलिस द्वारा नौगांव मुगरा के पास राजगढ़ी रोड के मोड़ पर रोक दिया गया । कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई आखिरकार हिन्दु संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुरोला रोड पर ही महापंचायत शुरू कर दी, दोनों ओर रोड जाम हो गई वाहनों की लम्बी कतारे लगन गई उसके बाद पुलिस प्रषासन द्वारा सभी हिन्दु संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर राजकीय इण्टर कॉलेज में नजरबन्द किया गया, जिन्हें नीजी मुचल्के के बाद रिहा कर दिया गया। इधर यमुनाघाटी हिन्दू जागृति संगठन ने अपने हिन्दुओं को जागरूक करने के लिए 25 जून को बड़कोट में महापंचायत किए जाने का ऐलान किया।
उल्लेखनीय है कि यमुनाघाटी में नाबालिक लड़की को विशेष समुदाय के युवक द्वारा अपहरण किए जाने के बाद हिन्दु संगठनों में भारी आक्रोष है। जगह-जगह विशाल प्रदर्शन के बाद 15 जून को पुरोला में महापंचायत का ऐलान किए जाने के बाद से तनाव का माहौल बना हुआ है। पुरोला में धारा 144 लागू कर दी गई है, लेकिन उपजिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार और एसएचओ गजेन्द्र बहुगुणा आदि ने बार-बार आग्रह किया कि पुरोला न जाए। उसके बावजूद भी बड़कोट और नौगांव से हिन्दू संगठन से जुड़े कार्यकर्ता भारी संख्या में पुरोला की ओर चल दिए। पुलिस प्रशासन द्वारा पहले सरूखेत आरामशीन के पास पुलिस ने बैरिकेटिंग लगाकर हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया गया उसके बाद नौगांव पुरोला रौड पर पहुंचे सैकड़ों हिन्दू कार्यकर्ताओं को भारी पुलिस बल ने रोकने का काम किया गया। हिन्दू संगठन के कार्यकताओं की जमकर धक्का-मुक्की हुई, उसके बाद सभी सड़क पर बैठक कर नारेबाजी करने लगें। भारत माता की जय, जय श्री राम के नारे गूंजने लगे। काफी देर पुरोला मार्ग जाम होने के बाद पुलिस ने सभी हिन्दू कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर राजकीय इंटर कॉलेज ले आए जहां पर सभी को देर शाम तक नजरबन्द रखा गया।
यमुनाघाटी हिन्दू जागृति संगठन के अध्यक्ष केशवगिरी जी महाराज ने कहा कि पहाड़ की शान्त बादियों में विशेष समुदाय के लोगों द्वारा लव जिहाद के कृत्य किए जाने से आज हर हिन्दू नाराज है। उन्होंने कहा कि अपराधिक मंशा से उत्तराखंड के पहाड़ की कन्दराओं में आने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा । उन्होंने कहा कि रविवार को बाइक रैली निकालकर पहले हिन्दुओं को जागरूक किया जाएगा। इसके बाद 25 जून को उत्तराखंड के सभी हिन्दुओं को जागरूक करने की मंशा से महापंचायत आयोजित की जाएगी। उन्होने कहा कि सनातन धर्म, हिन्दुओं की सुरक्षा, उनकी अस्मिता को बचाने के लिए हिन्दू संगठन एकजुटता से अभियान जारी रखेंगे। होटल एसोसियेशन अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, जिला व्यापार मंडल महामन्त्री सहित नगर व्यापार मंडल से जुड़े पदाधिकारियों ने हिन्दुओं को जगाने के लिए अभियान को जारी रखने का ऐलान किया। इस मौके पर यमुनाघाटी हिन्दू जागृति संगठन अध्यक्ष केशवगिरी महाराज जिला उघोग व्यापार मंडल अध्यक्ष कबूल चन्द पंवार, बड़कोट व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगुड़ी, नौगांव अध्यक्ष जगदीश असवाल, जिला महामन्त्री सुरेन्द्र सिंह रावत, बड़कोट महामन्त्री धनवीर रावत, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, दिनेश बेलवाल, यशवन्त रावत, तनबीर राणा, अजय चौहान, प्रताप रावत , आदि मौजूद रहे।
उधर हिंदू समाज को एकत्र करने वाले स्वामी दर्शन भारती और उनके सहयोगियों को भी देहरादून से आगे जाते वक्त पुलिस ने रोक दिया, इसी तरह कई अन्य स्थानों पर भी साधु संतों, हिंदू संगठनों के नेताओं को रोका गया।
पुरौला बाजार को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया और पुलिस की गाड़ियों ने सूचना प्रसारित करके धारा 144 की सख्ती करके, अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बना दिए। सुबह से ही उत्तरकाशी जिले के शहरों, बड़कोट, डामटा आदि के बाजारों में तनावपूर्ण शांति रही।
पुरौला स्टेडियम जहां महापंचायत का आयोजन होना था। वहां लोग जुटने शुरू हुए तो पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और भारी फोर्स के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंच गए और लोगों से महापंचायत को न करने के निवेदन करने लगे प्रशासन ने हाईकोर्ट के निर्देशों की भी दुहाई दी ये घटनाक्रम बहुत देर तक चलती रही।
इस दौरान मीडिया का जमावड़ा भी लगा रहा। बहरहाल आज का दिन बीत जाने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है सब कुछ शांति व्यवस्था से चल रहा है। आंदोलन करने वालो ने भी पुलिस प्रशासन को सहयोग किया है। दोनों तरफ से संयम बरता गया है। कुछ लोग हिरासत में भी लिए गए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
अब दबाव राजधानी पुलिस प्रशासन पर,
मुस्लिम महा पंचायत पर अड़े मुस्लिम संगठन
देहरादून में 18 जून को मुस्लिम सेवा संगठन, भीम आर्मी और शहर की पलटन बाजार मस्जिद के काजी द्वारा आहुत की गई मुस्लिम महापंचायत पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रशासन को मेहनत मशक्कत करनी पड़ रही है।
हिंदू संगठनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने पुरौला महापंचायत को रद्द करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया किंतु मुस्लिम संगठनों पर कोई दबाव नहीं डाला। हालांकि देहरादून के डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने कहा है कि देहरादून में कोई पंचायत नहीं लगने दी जाएगी न ही अनुमति दी जाएगी और यदि कोई करेगा भी तो उसपर मुकदमें दर्ज होंगे। यहां तक कि हम एनएसए तक लगाने में परहेज नहीं करेंगे।
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