नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने बुधवार को शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए अपनी एडमिशन पॉलिसी जारी कर दी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह द्वारा एडमिशन पोर्टल की लॉन्चिंग के साथ ही विश्वविद्यालय में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी (यूजी,पीजी, पीएचडी) दाखिले का ऐलान किया गया। इस अवसर पर कुलपति ने लैपटॉप पर बटन दबाकर पोर्टल की लॉन्चिंग की। इसके साथ ही उन्होंने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के स्नातक के दाखिलों, एनसीडब्ल्यूईबी और कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) 2023 का पोर्टल भी लॉन्च किया।
कुलपति ने बताया कि इस वर्ष से डीयू में बी.टेक. के तीन नए प्रोग्राम शुरू किए जा रहे हैं, जिनमें दाखिला लेने वाले 360 विद्यार्थियों से प्रत्येक को लैपटॉप की खरीद पर विश्वविद्यालय की ओर से 50 हजार रुपये तक की प्रतिपूर्ति की जाएगी।
बी.टेक प्रोग्राम में प्रवेश पाने वाले आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय वित्तीय सहायता योजना (एफएसएस) भी पेश करेगा। जिन उम्मीदवारों के माता-पिता की आय चार लाख रुपये या उससे कम है, उन्हें प्रवेश के समय फीस की 90 प्रतिशत छूट दी जाएगी। जिन उम्मीदवारों के माता-पिता की आय चार लाख रुपये से अधिक और आठ लाख रुपये से कम है, उन्हें प्रवेश के समय फीस में 50 प्रतिशत छूट प्राप्त होगी। प्रत्येक बी.टेक प्रोग्राम में एक-एक सीट सिंगल गर्ल चाइल्ड को सुपरन्यूमरेरी सीट के रूप में पेश की जाएगी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने इस वर्ष अनाथ विद्यार्थियों के लिए भी एक सुपरन्यूमरेरी कोटा शामिल किया है। दिल्ली विश्वविद्यालय और संबंधित कॉलेज स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों पर अध्ययन के प्रत्येक प्रोग्राम में दो उम्मीदवारों (एक पुरुष और एक महिला) को इस कोटे के तहत प्रवेश देंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में कुलपति ने बताया कि डीयू का नया शैक्षणिक सत्र 16 अगस्त से शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इस शैक्षणिक सत्र से पांच वर्षीय एलएलबी व आईटीईपी नामक नए प्रोग्राम भी शुरू किए जा रहे हैं। पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कुलपति ने बताया कि डीयू के वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट को सम्पूर्ण मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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