गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए मतांतरण कराने के मामले में लगातार खुलासे हो रहे हैं। अब मौलवी का वॉट्सएप चैट सामने आया है, जिसमें नाबालिग युवक और मौलवी के बीच बातचीत हुई है। चैट में मौलवी ने लड़के को वजू करने और नमाज पढ़ने के समय के बारे में बताया है। जब छात्र ने बोला कि वह स्कूल में है और नमाज अदा नहीं कर पाएगा। इस पर मौलवी ने कहा है कि आज जुमा है, जुमे की नमाज अदा करनी बेहद जरूरी होती है।
गौरतलब है कि ऑनलाइन मतांतरण कराने का मामला सामने आने पर पुलिस ने आरोपी मौलवी रहमान को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में लगातार जांच जारी है। पुलिस की जांच में यह चैट सामने आई है। लड़के ने NANNI नाम से मौलवी का नंबर सेव कर रखा था। वॉट्सएप पर ही मौलवी उसे नमाज पढ़ने और वजू आदि की जानकारी दे रहा था।
पुलिस का कहना है कि वॉट्सएप चैट देखकर पता चलता है कि नाबालिग मतांतरण के जाल में पूरी तरह फंस चुका था। वह अपने साथियों को भी इसके लिए सलाह दे रहा था। नाबालिग का इस कदर ब्रेनवॉश किया गया है कि वह कमरा बंद करके अभी भी नमाज पढ़ता है। उसे मजबूत काउंसिलिंग की जरूरत है।
मुंबई का शहनवाज मकसूद अभी भी फरार
ऑनलाइन मतांतरण मामले का मुख्य आरोपी शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो अभी फरार है। उसकी तलाश के लिए गाजियाबाद पुलिस की चार सदस्यीय टीम पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में है। बताया जा रहा है कि उसके सरेंडर करने की तैयारी की बातें सामने आ रही हैं, लेकिन अब तक वो पुलिस के सामने नहीं आया है। इस मामले में पुलिस शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो और मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान और उनके परिवार के करीब 20 बैंक खातों की जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद के राजनगर निवासी एक शख्स ने 30 मई को कविनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका 17 वर्षीय बेटा जिम जाने के बहाने नमाज पढ़ने जाता है। जब उन्होंने बेटे से पूछा तो उसने कहा कि वह इस्लाम स्वीकार कर चुका है। इस मामले में 4 जून को पुलिस ने मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ में पता चला कि ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए लड़के का ब्रेनवॉश किया गया था।
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