यू.के. के सुप्रसिद्ध समाचार पत्र द डेली मेल ने एक सनसनीखेज खबर छापकर अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एक बड़ा तड़का लगा दिया है। अखबार में खबर छपी है कि ‘भ्रष्टाचार की जांच को समाप्त करने के लिए जो और हंटर बाइडेन को 50—50 लाख डॉलर का भुगतान किया गया था! बताया गया है कि रिपब्लिकन पार्टी द्वारा कथित तौर पर देखे गए एफबीआई दस्तावेज़ से यह खुलासा हुआ है।
उस FBI दस्तावेज़ में कथित तौर पर बताया गया है कि कैसे एक यूक्रेनी अभियोजक को हटाने के लिए जो और हंटर बाइडेन को 50—50 लाख डॉलर दिए गए थे। वह पैसा कथित रूप से यूक्रेनी तेल कंपनी बरिस्मा होल्डिंग्स के मालिक की तरफ से हुआ था, जिसके कथित भ्रष्टाचार की जांच की जा रही थी। बताते हैं, पहले हंटर इस कंपनी के लिए काम कर चुके हैं।
रिपब्लिकन सांसदों ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति बाइडेन और उनके बेटे हंटर, दोनों ने एक यूक्रेनी प्राकृतिक गैस कंपनी को भ्रष्टाचार की जांच से बचाने के लिए 50 लाख डॉलर हासिल किए हैं।
सांसद एना पॉलिना लूना और मार्जोरी टेलर ग्रीन जून 2020 में एक एफबीआई दस्तावेज़ तक पहुंच पाने वालों में शामिल थे, जो एक मुखबिर की जांचकर्ताओं को दी गई विस्तृत गवाही के आधार पर तैयार किए गए थे, उन्होंने कंपनी के मालिक मायकोला ज़्लोचेव्स्की से भी बात की थी। जून 2020 के इस दस्तावेज़ में कई सनसनीखेज दावे किए गए हैं। इसे आंतरिक रूप से एफबीआई द्वारा एफडी 1023 फॉर्म बताया जाता है।
FBI दस्तावेज़ में कथित तौर पर बताया गया है कि कैसे एक यूक्रेनी अभियोजक को हटाने के लिए जो और हंटर बाइडेन को 50—50 लाख डॉलर दिए गए थे। वह पैसा कथित रूप से यूक्रेनी तेल कंपनी बरिस्मा होल्डिंग्स के मालिक की तरफ से हुआ था, जिसके कथित भ्रष्टाचार की जांच की जा रही थी। बताते हैं, पहले हंटर इस कंपनी के लिए काम कर चुके हैं।
उस मुखबिर ने दावा किया है कि ज़्लोचेव्स्की ने बाइडेन पिता—पुत्र को 50—50 लाख डॉलर देने के लिए पैसा दिया था ताकि उस समय यूक्रेनी महाअभियोजक विक्टर शोकिन द्वारा चल रही जांच बंद करा दी जाए।
यूक्रेनी अभियोजकों ने सबसे पहले बरिस्मा होल्डिंग्स कंपनी में मनी लांड्रिंग, कर चोरी और भ्रष्टाचार पर एक जांच शुरू की थी। वह कंपनी जिसमें हंटर पांच साल के लिए बोर्ड में शामिल थे। उसमें से सामने आए दस्तावेजों के अनुसार कंपनी के मालिक ज़्लोचेव्स्की ने शोकिन को जांच से हटाने के लिए बाइडेन पिता—पुत्र को कथित तौर पर रिश्वत दी गई थी। अंतत: वह जांच बंद हो गई थी।
ज़्लोचेव्स्की यूक्रेनी कंपनी के अरबपति मालिक हैं। उन्होंने 2002 बरिस्मा कंपनी खड़ी की थी। दस्तावेज़ के जानकारों के अनुसार, उन्होंने एक एफबीआई मुखबिर को बताया कि उन्होंने भ्रष्टाचार की जांच से शोकिन को हटाने के लिए जो और हंटर बाइडेन, दोनों को 50—50 लाख डालर का भुगतान किया था।
उल्लेखनीय है कि शोकिन को अंततः अप्रैल 2016 में जांच की अध्यक्षता से हटा दिया गया था। तत्कालीन उपराष्ट्रपति और आज के राष्ट्रपति बाइडेन तब से ही दावा करते आ रहे थे कि शोकिन को निकालने पर इसलिए जोर दे रहे थे क्योंकि वह यूक्रेन में भ्रष्टाचार को कम करने में नाकाम रहे थे। सांसद लूना ने तो यहां तक कहा है कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि जो बाइडेन रिश्वत खाने के दोषी हैं।
बरिस्मा कंपनी ने 2014 में हंटर को अपने बोर्ड में इसलिए रखा था क्योंकि वह विदेशों में काम का विस्तार करना चाह रही थी। जबकि हंटर के पास तब उस उद्यम का कोई पिछला अनुभव नहीं था। माना जाता है कि हंटर ने सहायक गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में काम किया था और वे कानूनी मुद्दों, कॉर्पोरेट वित्त और रणनीति के सलाहकार थे।
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