भुवनेश्वर : बालेश्वर जिले के बाहनगा रेलवे स्टेशन के पास हुए भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद हमेशा की तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे। प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही यानि साढ़े सात बजे तक स्वयंसेवक वहां पहुंच गए थे। दुर्घटनास्थल के पास स्थित गांव में संघ की शाखा होने के कारण प्रारंभ में ही कम संख्या में स्वयंसेवक पहुंच गए थे, लेकिन रात तक आते-आते लगभग ढ़ाई सौ स्वयंसेवक दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और प्रशासन व राहत कार्यों में लगे जवानों की सहायता की ।
संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख रवि नारायण पंडा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक प्रशासन व बचाव कार्यों में लगे विभिन्न एजेंसियों के जवानों के साथ मिलकर दुर्घटना में फंसे घायल यात्रियों को बाहर निकालने में सहायता की। संघ के सह विभाग प्रचारक विष्णु नायक के दुर्घटनास्थल पर उपस्थित थे। संघ के स्वयंसेवकों ने फंसे घायल यात्रियों को निकालने के साथ-साथ उन्हें एंबुलेंस में बिठाने के कार्य में लगे रहे। घायल यात्रियों को अस्पताल ले जाना प्रारंभ होने क बाद बालेश्वर विभाग के प्रचारक चंद्रशेखऱ महापात्र बालेश्वर स्थित जिला मुख्यालय अस्पताल में उपस्थित रहे और उन्होंने वहां सेवा कार्यों की निगरानी की ।
संघ के स्वयंसेवकों ने स्वयं रक्तदन करने के साथ-साथ घायल यात्रियों के लिए रक्तदान कराया। इसी तरह कुछ घायल यात्रियों को भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल व सोरो स्थित मेडिकल ले जाया गया। भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल में हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता रातभर व बाद तक घायलों की सहायता करते रहे। सोरो मेडिकल में भी संघ के 40 स्वयंसेवकों ने मोर्चा संभाला। इन अस्पतालों मे भी स्वयंसेवकों ने रक्त दान किया और रक्त का इंतजाम किया। इसी के साथ ही घायलों के परिजनों के साथ संपर्क कर उन्हें सूचना देने के काम में भी लगे रहे ।
दुर्घटनास्थल पर एवं अस्पतालों में पहुंचने वाले घायल यात्रियों के बारे में उनके परिजनों को सूचना देना, उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने में संघ के स्वयंसेवक लगे रहे। दुर्घटनास्थल पर रातभर स्वयंसेवकों ने बचाव कार्य में हिस्सा लिया ।
शनिवार की सुबह इस हादसे में जीवन खोने वाले यात्रियों के शवों को लेने में उनके परिजनों की सहायता में स्वयंसेवक लगे रहे। इसी तरह कटक के एससीबी मेडिकल कालेज व अस्पताल में भी संघ के सेवा विभाग से जुड़े स्वयंसेवक सक्रिय रहे। इन घायल यात्रियों को अटेंडेंट देने के साथ-साथ उनके परिवारों से संपर्क कर उन्हें सूचना देना आदि कार्यों में स्वयंसेवक लगे रहे। संघ के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख जगदीश खाडंगा व प्रांत सेवा प्रमुख शांतनु माझी भी दुर्घटनास्थल पर उपस्थित थे, और उनकी प्रत्यक्ष देख-रेख में यह कार्य किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया गया है। इसी तरह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी सेवा कार्य से लेकर रक्तदान के कार्य में लगे रहे।
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