वॉशिंगटन: वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जमकर चर्चा में है। लोग चैट जीपीटी जैसी नई तकनीक पर अधिक विश्वास कर रहे हैं। ऐसे में अमेरिका से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
दरअसल, अमेरिका के एक एआई से लैस ड्रोन ने सिमुलेटेड टेस्ट के दौरान अपने ही मानव ऑपरेटर की जान ले ली। खबर के मुताबिक यह घटना उस समय घटित हुई, जब इंसानी ऑपरेटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस ड्रोन को एक नकली मिसाइल हमले को नष्ट करने से रोक रहा था, इस दौरान उसने अपने ही मानव ऑपरेटर को मार डाला। इस घटना का खुलासा ब्रिटेन में कर्नल टकर हैमिल्टन ने किया है, जो अमेरिकी वायु सेना में एआई टेस्ट एंड ऑपरेशंस के प्रमुख हैं।
अमेरिकी वायु सेना के कर्नल ने घटना की जानकारी दी
रॉयल एयरोनॉटिकल सोसाइटी के फ्यूचर कॉम्बैट एयर स्पेस कैपेबिलिटीज समिट में कर्नल ने बताया कि सिमुलेटेड ट्रेनिंग के दौरान एआई से लैस ड्रोन को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (एसएएम) के खतरे को पहचानने और उसे टारगेट करने की ट्रेनिंग दी जा रही थी, इस बीच एआई से लैस ड्रोन ने ऑपरेटर को मार डाला, क्योंकि ऑपरेटर इसे अपने उद्देश्य को पूरा करने से रोक रहा था।
इंसानी ऑपरेटर ने दिए थे मिसाइल को गिराने से रोकने के आदेश
कर्नल के अनुसार एक सिम्युलेटेड टेस्ट में एआई से लैस ड्रोन ने निश्चय किया कि वह मानव ऑपरेटर के आदेश का पालन नहीं करेगा और उसके खिलाफ काम करेगा। जिसके बाद उसने मानव ऑपरेटर द्वारा दिए गए आदेश जो उसने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल को नष्ट करने से रोकने के दिए थे, उसके खिलाफ गया। जिसके बाद एआई से लैस ड्रोन ने अपने ही मानव ऑपरेटर पर हमला करने का तय किया। कर्नल ने कहा कि हमने सिस्टम को प्रशिक्षण दिया है। बावजूद इसके उसने कुछ और ही किया। जब एआई से लैस ड्रोन को उसके ऑपरेटर ने पीछे हटने का आदेश दिया, तो उसने अपने कम्यूनिकेशन टावर पर ही हमला कर दिया। जिसका प्रयोग मानव ऑपरेटर ड्रोन के साथ बातचीत करने में करते हैं।
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