देहरादून। पछुवा देहरादून लव जिहाद का अड्डा बनता जा रहा है। यहां की भोली-भाली नाबालिग हिन्दू लड़कियां जिहादियों की साजिश का आसानी से शिकार बन रही हैं। लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर कन्वर्जर और निकाह के लिए बाध्य किया जा रहा है। पछुवा देहरादून में लव जिहाद के खिलाफ खड़े होने वाले हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बताया कि नाबालिग लड़कियों को होटलों में रुकवा कर जिहादी उनका अश्लील वीडियो तैयार करते हैं, जिसके आधार पर ब्लैकमेल कर लंबे समय तक उसका यौनशोषण किया जाता है।
पिछले दो सप्ताह में पछुवा देहरादून में लव जिहाद के 8-10 मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामले में ब्यूटी पार्लर का काम सीखने वाली पिंकी (काल्पनिक नाम) को उसके साथ में काम सीखने वाले फरहान निवासी पहाड़ गली विकासनगर ने प्रेम जाल में फंसा लिया। उससे जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाकर अश्लील वीडियो बना लिया। इसके आधार पर शादी के लगभग ढाई साल बाद भी उसे ब्लैकमेल करता रहा और होटल में अपने साथ आने के लिए मजबूर कर रहा था। उसकी एक छोटी बेटी भी है। महिला ने किसी प्रकार हिम्मत दिखाई और हिंदू संगठन वैदिक मिशन को सूचना मिली। इसके बाद लड़की को फरहान के चंगुल से बचाते हुए उसके विरूद्ध कोतवाली विकास नगर में मुकदमा दर्ज कराया गया। फरहान को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस साजिश में फरहान का भाई नईम सलमानी भी शामिल था। वह भी लड़की के साथ अश्लील हरकतें करता आ रहा था। नईम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। खास बात ये है कि पछुवा देहरादून में तीन मामले ऐसे थे, जिनमें अभियुक्त पिछले कुछ महीनों से केरल में थे। ये वहां क्या कर रहे थे? यहां लौट कर किस तरह से केरला स्टोरी फिल्म की तरह कृत्य करने लगे? ये बात पुलिस और खुफिया विभाग के लिए जांच का विषय बन गई है। एक बात और भी देखी गई है कि ज्यादातर मामलों में नाई, मोबाइल मैकेनिक की संलिप्ता सामने आ रही है।
पछुवा दून में ऐेसे कई मामले हैं और उनकी कहानी लगभग एक जैसी है। ये वह मामले हैं जो सामने आए हैं, लेकिन आशंका ये भी है कि बहुत सारे ऐसे मामले हैं जो अभी लोक-लाज के भय की वजह से खुल नहीं रहे। देहरादून जिले में इस प्रकार से इतनी बड़ी संख्या में लव जिहाद के मामले सामने आना एक बड़ी सुनियोजित साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। पुरोला, कालसी में भी लव जिहाद की घटनाएं जौनसार बावर में हुई हैं। इनमें भी नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने की बात सामने आई है।
ऐसी भी आशंका है कि देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी चेंज करने में लव जिहाद एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में प्रयोग में लाया जा रहा है। ढकरानी क्षेत्र में लव जिहाद के आंकड़ों को भी पुलिस के उच्च अधिकारी खंगाल रहे हैं।
क्या कहते हैं मुख्यमंत्री धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लव जिहाद के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि डीजीपी को निर्देश दिया गया है कि वह धर्मांतरण कानून के तहत ऐसे मामलों पर सख्ती करें और नाबालिग लड़कियों के विषय को गंभीरता से लें। देवभूमि को लव जिहाद का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा।
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