पाकिस्तान में आजकल पीटीआई के नेताओं की सरेआम धरपकड़ जारी है। जब जो जहां मिल रहा है वहीं से उठा लिया जा रहा है। लगता है, सेना अपने अपमान को भूलने को तैयार नहीं है। लेकिन पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आरोप पर गौर करें तो बात सिर्फ गिरफ्तार करने तक ही सीमित नहीं है। वे कहते हैं कि पीटीआई की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं से जेल में बलात्कार किया जा रहा है। यह शाहबाज सरकार पर एक बड़ा आरोप है।
पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। उस पर सरकार कथित तौर पर कभी भी पाबंदी लगा सकती है। पार्टी के नेता यूं भी कन्नी काटने लगे हैं, कुछ बड़े नाम तो पार्टी से अलग भी हो चुके हैं। डूबते जहाज से भागते चूहों की तरह! ऐसे में सेनाध्यक्ष जनरल मुनीर का पीटीआई को लेकर रोजाना कड़े बयान देना बताता है कि इमरान का राजनीतिक भविष्य अब संभवत: डावांडोल है।
अभी यह तो पक्का नहीं हुआ है कि इमरान खान ने हाल में जो आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी की गिरफ्तार महिला नेताओं से बलात्कार किया जा रहा है। उनके इस आरोप पर पलटवार करते हुए पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने इसे आधारहीन करार दिया है। बेशक, उन्होंने इसे एक षड्यंत्र बताया है। इस पर भी इमरान की प्रतिक्रिया आई कि शाहबाज सरकार के मंत्री अपने काले कृत्यों को छुपाने का प्रयास करने में लगे हैं।
सनाउल्लाह ने इमरान पर सरकार को बदनाम करने का आरोप पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसियों द्वारा एक फोन को टैप करने के आधार पर लगाया है। उनके अनुसार, इस फोन में पीटीआई के कार्यकर्ता सरकार को बदनाम करने के लिए फर्जी मुठभेड़ और बलात्कार के षड्यंत्र रचने की बात करते सुने जा सकते हैं।
इमरान ने राणा सनाउल्लाह पर उंगली उठाते हुए कहा कि इससे उन्हें अपनी बात सच मालूम देती है। इमरान के अनुसार, पाकिस्तान की सरकार फासीवादी है और इसके मंत्री अपने गंदे कामों को छुपाने की असफल कोशिश कर रहे हैं। अपनी पार्टी की महिला नेताओं के बचाव में उतरते हुए इमरान खान ने अदालत से इस मामले पर अपनी तरफ से गौर करने की अपील की है।
मीडिया में आए समाचारों के अनुसार, सनाउल्लाह ने इमरान पर सरकार को बदनाम करने का आरोप पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसियों द्वारा एक फोन को टैप करने के आधार पर लगाया है। उनके अनुसार, इस फोन में पीटीआई के कार्यकर्ता सरकार को बदनाम करने के लिए फर्जी मुठभेड़ और बलात्कार के षड्यंत्र रचने की बात करते सुने जा सकते हैं।
सनाउल्लाह का कहना है कि टैप की गई फोन वार्ता में पीटीआई के नेता के घर पर छापे मारने तथा गोलियां चलाने के षड्यंत्र का खुलासा हुआ है। पीटीआई के कार्यकर्ता कथित तौर पर कहते सुनाई दे रहे थे कि छापे की आड़ में गोलियां चलने से होने वाली मौतों को दुनिया के सामने मानवाधिकार उल्लंघन के तौर पर पेश किया जाना चाहिए। एक अखबार लिखता है कि राणा का कहना है कि ठीक यही हो रहा है पीटीआई की महिला नेताओं के बलात्कार के फर्जी आरोप उछालकर, क्योंकि फोन में इस बारे में भी बात पकड़ी गई थी।
9 मई को पाकिस्तान में हुए दंगे—प्रदर्शनों में पीटीआई की महिला कार्यकर्ता भी बड़ी तादाद में सम्मिलित थीं। हजारों प्रदर्शनकारियों को जेल में ठूंस दिया गया है। जेल के महिलाएं भी कैद हैं। इन्हीं महिलाओं को लेकर इमरान खान ने यह गंभीर आरोप लगाया है कि उन महिला कार्यकर्ताओं को दुर्व्यवहार और बलात्कार का शिकार बनाया जा रहा है।
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